दिल्ली की गाजीपुर बॉर्डर पर अब राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को समर्थन देने के लिए नेता से लेकर किसान (Farmers) तक पहुंच रहे हैं. राकेश टिकैत को मिल रहे समर्थन के चलते बीजेपी के लोनी विधायक के खिलाफ पार्टी के अंदर से ही आवाज उठने लगी है. राकेश टिकैत के आंसुओं के चलते अब प्रशासन पीछे हट गया है और हजारों किसानों का जमावड़ा गाजीपुर बार्डर पर लगने लगा है.
गाजीपुर बार्डर पर शनिवार को हजारों किसानों के बीच राकेश टिकैत सड़क पर बैठे थे. उनके समर्थन में मुजफ्फरनगर, बागपत और मथुरा के साथ तमाम जगहों पर पंचायत हो रही हैं. राकेश टिकैत को फांसी पर लटकाने की मांग करने वाले बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के खिलाफ उनकी ही पार्टी के भीतर आवाज उठ रही है. बेहटा गांव ने तो पंचायत करके नंदकिशोर गुर्जर के गांव में घुसने पर ही पाबंदी लगा दी. लोनी नगर परिषद की चेयरमैन सुनीता धामा ने कहा कि ''नंदकिशोर गुर्जर ने माहौल बिगाड़ने का काम किया है. राकेश टिकैत शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे थे लेकिन नंदकिशोर गुर्जर ने विरोध में काम किया.''
उधर गाजीपुर बार्डर से पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस अब जा चुकी है और पहले से ज्यादा किसानों के साथ राकेश टिकैत मजबूती से बैठे हैं. गांधी जी की शहादत दिवस के मौके पर यहां भी किसानों ने उपवास रखा. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ बातचीत के दरवाजे बंद नहीं हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ बिना बातचीत हुए मांग पूरी नहीं हो सकती है इसलिए उम्मीद है कि 4-5 दिन में सरकार के साथ बातचीत हो सकती है.
आखिर क्यों मीडिया के सामने फफक कर रो पड़े थे, राकेश टिकैत की जुबानी जानिए
अब यूपी ही नहीं पंजाब से लेकर हरियाणा तक के किसान और दूसरे संगठनों के लोग राकेश टिकैत को समर्थन देने पहुंच रहे हैं. फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर का धरना शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है. किसान उत्साहित हैं और राकेश टिकैत के चलते किसान नेता अपनी साख बढ़ाने में कामयाब होते दिख रहे हैं. गाजीपुर बार्डर पर राकेश टिकैत समेत दो किसान नेताओं को नोटिस भी थमाया गया था लेकिन अब हजारों किसानों की मौजूदगी और धार्मिक झंडा फहराने वालों से दूरी बनाने के चलते प्रशासन बैकफुट पर है.
VIDEO: हजारों किसान गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे