कोरोना महामारी के दौरान अफवाहों का बाजार भी गरम है. सोशल मीडिया के जरिए कोई भी जानकारी जंगल में आग की तरफ फैल रही है. ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद का सामने आया है. मोहम्मद दानिश नाम के ट्विटर अकाउंट के जरिए यह जानकारी साझा की गई कि जिस बच्ची ने अपनी गुल्लक तोड़कर पीएम केयर फंड को 5100 रुपये का दान दिया था उसकी मौत ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण हो गई. जानकारी जब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई तो पुलिस ने मामले की तफ्तीश की और पाया कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है और कोरोना से जंग जीतने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज भी हो चुकी है. इसके बाद पुलिस ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीएम केयर को दान देने वाली बच्ची बिल्कुल स्वस्थ है और अवंतिका हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो रही है. इसकी पुष्टि पिता ने की है, ऐसी अफवाह न फैलाएं. पिता ने फर्जी पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई की बात कही है.
पुलिस ने बताया कि उन्होंने ट्विटर पर गलत जानकारी भेजी थी इसलिए इन पर मुकदमा दर्ज किया गया है. गाजियाबाद पुलिस ने ट्वीट पर ही जवाब दिया था कि आप के खिलाफ गलत ट्वीट करने पर कार्रवाई की जा रही है. जिस बेटी के नाम पर इन्होंने पोस्ट किया था, उसके पिता ने भी कहा है कि मैं आपके खिलाफ FIR दर्ज करा रहा हूं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना वायरस की पहली लहर में लोगों ने पीएम केयर फंड में बढ़-चढ़ भागीदारी निभाई थी. तमाम दिग्गजों समेत, आम जनता और बच्चों मे भी इसमें अपना सहयोग दिया था. इसी कड़ी में गाजियाबाद निवासी अवंतिका ने अपनी गुल्लक तोड़कर 5100 रुपये पीएम केयर फंड में दान दिए थे. अवंतिका को सोशल मीडिया पर भी सराहा गया छाय