उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में दसवीं फेल एक युवक आईएएस अधिकारी बनकर लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था. फर्जी आईएएस बना युवक सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों को अपने चंगुल में फंसाता था और उसके बाद उनसे रूपये की ठगी करता था. फर्जी आईएएस अधिकारी बने युवक की ठगी का शिकार हुए एक युवक ने जब पुलिस से उसकी शिकायत की, तो हापुड़ की साइबर सेल टीम ने उस दसवीं फेल फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने शातिर युवक से एक फर्जी आईकार्ड, एक आई फोन सहित दो मोबाइल, 15 सौ रूपये नकद व अन्य सामान बरामद किए है. हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि साइबर सेल में बाबूगढ़ निवासी अनिल ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया कि इनकम टैक्स विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति ने आईएएस अधिकारी बनकर उससे बातचीत की और 1 लाख 45 हजार रूपये नौकरी लगवाने के नाम पर ठग लिए.
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जब जांच-पड़ताल की, तो सामने आया कि प्रियांश कुमार पुत्र ब्रज किशोर निवासी ग्राम कीनानगर मेरठ है, जो फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर भोले-भाले लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता है. एसपी ने बताया कि प्रियांश 10वीं फेल है और वह ठगी करने के लिए जगह-जगह कीर्तन में जाता है. प्रियांश हरि जी महाराज परमात्मा के सत्संग में गया था, यहां से उसने अनिल सहित कई लोगों के नंबर इकठ्ठे कर लिए और बाद में उन्हें फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर नौकरी लगवाने का झांसा देकर अपने चंगुल में फंसाया.
एसपी ने बताया कि शातिर ठग इंस्टाग्राम और यूट्यूब से कुछ आईएएस अधिकारियों की रील और फोटो-वीडियो डाउनलोड कर अपने स्टेटस पर लगाता था, जिससे लोगों को लगे कि वह खुद भी आईएएस अधिकारी है. फर्जी आईएएस अधिकारी बने शातिर ने अनिल को इनकम टैक्स विभाग में चतुर्थश्रेणी में नौकरी लगवाने का झांसा दिया और उससे 1 लाख 45 हजार रूपये की ठगी कर ली. जब अनिल ने उससे नौकरी के संबंध में बात की, तो वह उससे बचने लगा. रूपये वापस मांगने पर भी वह आना-कानी करने लगा. बाद में पुलिस को सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शातिर युवक प्रियांश को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने शातिर ठग के पास से आईएएस अधिकारी का एक फर्जी आईकार्ड, इनकम टैक्स विभाग की कुछ रसीदें, आईफोन और 1500 रूपये बरामद किये. एसपी ने कहा कि जहां भी शातिर ठग द्वारा ठगी की वारदातों को अंजाम दिया गया है, उनसे संपर्क साधकर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.