Fact Check: जगन्नाथपुरी रथयात्रा की तस्वीर को बताया गया था अरविंद केजरीवाल के समर्थकों की भीड़

समूची जांच के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद समर्थकों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के नाम पर वायरल की गई यह तस्वीर वास्तव में लगभग एक साल पुरानी है, और जगन्नाथपुरी रथयात्रा की है.

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दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि जनता में आक्रोश है...

दिल्ली के शराब नीति घोटाले से जुड़े केस में 21 मार्च, 2024 को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता-कार्यकर्ता देशभर में विरोध-प्रदर्शनों में जुटे हुए हैं. इन्हीं विरोध-प्रदर्शनों के बीच कुछ समय पहले एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई, जिसमें दावा किया गया था कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ जनता में आक्रोश है, और चेन्नई में ऐसे ही एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान भारी भीड़ अमड़ आई थी.

सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के साथ वायरल हो रही पोस्ट के कैप्शन में दावा किया गया था, "केजरीवाल की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ जनता सड़कों पर है... चेन्नई..." इसी तरह के अन्य कई पोस्ट भी सोशल मीडिया पर काफ़ी देखे जा रहे थे.

NewsChecker ने इस वायरल तस्वीर की पड़ताल गूगल रिवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की, जिसके नतीजे के तौर पर कई सोशल मीडिया पोस्ट हासिल हुए, जहां इस तस्वीर से कतई मिलती-जुलती तस्वीर को ओडिशा के पुरी में आयोजित जगन्नाथपुरी रथयात्रा का बताया गया. गौरतलब है कि यही तस्वीर 20 जून, 2023 को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी शेयर की थी, जिससे यह साबित हो गया कि यह तस्वीर पुरानी है, और वह हरग़िज़ नहीं है, जैसा अब वायरल हो रही पोस्ट में दावा किया जा रहा है.

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इसके बाद, पड़ताल के दौरान NewsChecker ने 'जगन्नाथ पुरी रथयात्रा' कीवर्ड को सर्च किया, जिसके नतीजे के तौर पर NDTV द्वारा प्रकाशित एक वेबस्टोरी में भी यह तस्वीर दिखाई दी. NDTV इंडिया की इस वेबस्टोरी के अनुसार भी यह तस्वीर ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा में उमड़ी भक्तों की भीड़ की है. सो, यह तय हो गया कि अब वायरल हो रहे पोस्ट में इस तस्वीर के चेन्नई में क्लिक किए गए होने का दावा बिल्कुल गलत है.

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गौरतलब है कि जनवरी, 2024 में भी इसी तस्वीर को अयोध्या में जुटी भीड़ का बताया गया था. उस समय NewsChecker द्वारा किए गए फैक्टचेक को यहां पढ़ा जा सकता है.

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सो, समूची जांच के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी के बाद समर्थकों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के नाम पर वायरल की गई यह तस्वीर वास्तव में लगभग एक साल पुरानी है, और जगन्नाथपुरी रथयात्रा की है.

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यह ख़बर मूल रूप से NewsChecker द्वारा प्रकाशित की गई थी, और इसे शक्ति कलेक्टिव के अंतर्गत NDTV ने पुनर्प्रकाशित किया है.

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