US में कथित तौर पर आंखों की रोशनी जाने की जिम्‍मेदार आई ड्रॉप की भारत में नहीं हो रही बिक्री, दो टीमें प्‍लांट रवाना

‘आर्टिफिशियल टियर्स ल्यूब्रीकैंट’ का उपयोग आंखों में जलन होने या आंखों के शुष्क हो जाने पर किया जाता है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्‍ली:

केंद्र और राज्य औषधि नियामकों की दो टीम चेन्नई के नजदीक स्थित ‘ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर' के विनिर्माण संयंत्र का निरीक्षण करेगी. दरअसल, कंपनी की ‘आई ड्रॉप' के उपयोग से अमेरिका में कथित तौर पर लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने के बाद उसने इस उत्पाद को बाजार से वापस ले लिया है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह आई ड्रॉप भारत में नहीं बेची जा रही. एक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और राज्य औषधि नियंत्रक के दल चेन्नई से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण में स्थित संयंत्र के लिए रवाना हुए हैं.'' दोनों दलों में तीन-तीन अधिकारी हैं.

अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (USFDA) ने एक बयान में कहा कि चेन्नई स्थित कंपनी इजरीकेयर, एलएलसी और डेलसैम फार्मा द्वारा उपभोक्ता स्तर पर वितरित की जा रही ‘आर्टिफिशियल टियर्स ल्यूब्रीकैंट' आई ड्रॉप को संभावित संदूषण के चलते वापस ले रही है. बयान में कहा गया है कि आज की तारीख तक, आंखों में संक्रमण, स्थायी रूप से आंखों की रोशनी चले जाने और रक्तधारा संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत होने सहित आंखों को नुकसान पहुंचने के 55 मामले सामने आ चुके हैं. उल्लेखनीय है कि ‘आर्टिफिशियल टियर्स ल्यूब्रीकैंट' का उपयोग आंखों में जलन होने या आंखों के शुष्क हो जाने पर किया जाता है.

कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किये गये एक बयान में कहा है कि इसने इस उत्पाद के वितरकों अरु फार्मा इंक और डेलसैम फार्मा को इसकी सूचना दी है तथा अनुरोध कर रहा है कि थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता और ग्राहक,जिनके पास भी यह (वापस लिया जा रहा) उत्पाद है वे इसका उपयोग बंद कर दें.

Advertisement

ये भी पढ़ें- 

Featured Video Of The Day
Waqf Board Amendment Bill Update: वक्फ बिल क्यों लाए, Kiren Rijiju ने Parliament में क्या बताया?
Topics mentioned in this article