'कल भी एक केस हुआ था...' : भारत में मानवाधिकार के मुद्दे पर US की टिप्पणी पर विदेश मंत्री ने उठाया मुद्दा

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि अमेरिका भारत में हो रहे कुछ हालिया चिंताजनक घटनाक्रम पर नजर बनाए है जिनमें कुछ सरकारी, पुलिस और जेल अधिकारियों की मानवाधिकार उल्लंघन की बढ़ती हुई घटनाएं शामिल हैं. 

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
भारत में मानवाधिकार के मुद्दे पर US की चिंता पर बोले विदेश मंत्री
नई दिल्ली:

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि इस सप्ताह भारत और अमेरिका के बीच हुई टू प्लस टू मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान मानवाधिकार के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई.  उन्होंने कहा कि जब भी इस पर चर्चा होगी तो नई दिल्ली बोलने से पीछे नहीं हटेगी. यहां अपनी यात्रा के समापन पर जयशंकर ने कहा, “इस बैठक में हमने मानवाधिकार के मुद्दे पर चर्चा नहीं की. यह बैठक मुख्य रूप से राजनीतिक-सैन्य मामलों पर केंद्रित थी. ''

विदेश मंत्री एस जयशंकर यहां वाशिंगटन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ भारत-अमेरिका टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में हिस्सा लेने के लिए आए थे. सोमवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा था कि अमेरिका भारत में हो रहे कुछ हालिया चिंताजनक घटनाक्रम पर नजर बनाए है जिनमें कुछ सरकारी, पुलिस और जेल अधिकारियों की मानवाधिकार उल्लंघन की बढ़ती हुई घटनाएं शामिल हैं. 

न्यूयार्क में 10 लोगों को गोली मारकर घायल करने के आरोप में 62 साल का बुजुर्ग गिरफ्तार : रिपोर्ट

Advertisement

एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा कि बैठक के दौरान मानवाधिकार के मुद्दे पर बात नहीं हुई लेकिन अतीत में इस पर चर्चा हुई थी. उन्होंने कहा ''यह विषय पहले सामने आया था. यह तब सामने आया था, जब विदेश मंत्री ब्लिंकन भारत आए थे. मुझे लगता है कि अगर आप उसके बाद की प्रेस वार्ता को याद करे तो मैं इस तथ्य को लेकर बेहद मुखर था कि हमने इस मुद्दे पर चर्चा की और मुझे जो कहना था वह कहा. ''

Advertisement

विदेश मंत्री जयशंकर ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि लोग भारत के बारे में विचार रखने के हकदार हैं. हम भी अमेरिका सहित अन्य लोगों के मानवाधिकारों की स्थिति पर अपने विचार रखते हैं, खासकर जब ये हमारे समुदाय से संबंधित होते हैं. असल में कल भी हमारे पास एक केस था... वास्‍तव में हमारा उस पर स्टैंड है. 

Advertisement

बता दें कि जयशंकर का बयान तब आया है, जब अमेरिका के न्यूयॉर्क के रिचमंड हिल्स (Richmond Hills) इलाके में मंगलवार को दो सिख लोगों पर हमला किया गया. ये हमला उस समय किया गया जब ये दोनों सैर कर रहे थे. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दो संदिग्धों ने इन्हें डंडे से मारा और फिर इनकी पगड़ी उतार दी. इसी स्थान पर 10 दिन पहले भी एक ऐसा हमला हुआ था. न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास की ओर से इस हमले की निंदा की गई और इसे "निंदनीय" करार दिया गया है. साथ में कहा गया कि वे उस पुलिस के संपर्क में हैं जो इस घटना की जांच कर रही है. अपराध के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

Advertisement

गौरतलब है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिका के उनके समकक्ष एंटनी ब्लिंकन ने द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच शैक्षिक संबंधों को गहरा करने के महत्व को रेखांकित किया है. जयशंकर और ब्लिंकन ने मंगलवार को यहां हावर्ड विश्वविद्यालय में अमेरिका-भारत उच्च शिक्षा संवाद के तहत एक कार्यक्रम में भाग लिया. ब्लिंकन ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के रूप में, अमेरिका और भारत को ‘‘हमेशा एक-दूसरे से कुछ सीखने को मिलता है.''उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने सोमवार को यहां चौथी ‘टू प्लस टू' मंत्रिस्तरीय वार्ता की और विशेषकर शिक्षा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने का फैसला किया. दोनों देशों ने एक नया भारत-अमेरिका शिक्षा और कौशल विकास कार्य समूह गठित करने का इरादा भी व्यक्त किया है.

 (एजेंसियों के इनपुट के आधार पर)

ये भी देखें-न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन में बड़ा हमला, सबवे स्‍टेशन पर गोलीबारी में 16 लोग घायल

Featured Video Of The Day
UP के Pilibhit में मारे गए 3 Khalistani Terrorists, कहां से रचा गया था प्लान और कैसे मिली थी इंटेल? | 5 Ki Baat
Topics mentioned in this article