Operation Sindoor: सूचना प्रसारण मंत्रालय कैसे पाक के झूठ की खोल रहा था पोल, इनसाइड स्टोरी

कमांड सेंटर में सूचना प्रसारण मंत्रालय के साथ विदेश मंत्रालय और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के ऑफिस के ऑफिसर भी काम कर रहे हैं. इसके जरिए टीवी मीडिया, वेबसाइट, सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जा रही है. 

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ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब कर रहा था पाकिस्तान

पाकिस्तान के साथ दो मोर्चे पर लड़ाई लड़ी जा रही थी. एक तरफ भारतीय सेना ने पाकिस्तान सेना के ठिकानों को ढेर किया तो वहीं पाकिस्तान के झूठ को सूचना मंत्रालय उजागर कर रहा था. 7 मई के बाद प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो लगातार पाकिस्तान के झूठ को उजागर कर रहा था. 7 मई यानी जिस दिन भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्ट्राइक किया उसी दिन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में कमांड सेंटर बनाया गया था. इसी दिन से यह कमांड सेंटर काम कर रहा है. कमांड सेंटर में सूचना मंत्रालय के साथ विदेश मंत्रालय और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के ऑफिस के ऑफिसर भी काम कर रहे हैं. इसके जरिए टीवी मीडिया, वेबसाइट, सोशल मीडिया की लगातार निगरानी की जा रही है. 

  • इलेक्ट्रोनिक मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर (EMMC) के जरिए पाकिस्तान और अन्य देशों के टीवी चैनलों की निगरानी की जा रही है.
  • न्यू मीडिया विंग के जरिए सोशल मीडिया और वेबसाइट के कंटेंट पर निगरानी रखी जा रही है
  • सूचना मंत्रालय की संवाद एजेंसी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रहे झूठ का एनालिसिस कर रही है
  • यह एजेंसी एक विशेष तरह के टूल की मदद से भारत के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठ की पहचान करती है और उसको काउंटर करती है 
  • यह सभी एजेंसी मिलकर पाकिस्तान समेत अन्य देशों द्वारा फैलाए जा रहे झूठ को रोक रहे हैं और उसका जवाब भी दे रहे हैं
  • फेक खबर को पहचान कर पीआईबी की फैक्टचैक टीम उसको ट्वीट कर रही थी और उसकी सही जानकारी लोगों को दे रही है.
  • वहीं ऐसे सोशल मीडिया हैंडल जो गलत तथ्यों के साथ प्रोपोगेंडा फैला रहे थे, उनको इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी मंत्रालय के जरिए ब्लॉक करने का आदेश दिया जा रहा था.
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