पाकिस्तान की ओर से लगातार भारत के सैन्य ठिकानों की जासूसी की कोशिश की जा रही है. इस बात की एक बार फिर से उस वक्त तस्दीक हुई, जब सुरक्षा एजेंसियों को दो लोगों के बीच एक वॉइस कॉल और चेट्स का पता लगा. पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैंडलर इकबाल काना और गिरफ्तार भारतीय जासूस नोमाल के बीच की एक चेट्स और वॉइस कॉल सामने आई है. इस बातचीत की टाइमिंग बेहद महत्वपूर्ण है. यह बातचीत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई थी. आइए हम दोनों के बीच की बातचीत को उन्हीं के शब्दों में आपको बताते हैं.
इकबाल और नोमान के बीच की बातचीत
नोमान
साहब प्लीज मुझे माफ कर दो, मेरी क्या गलती है? आप बैठे हो मेरे लिए.
इकबाल
तू मेरा काम करेगा? अब कब करेगा तू काम? आर्मी के दो प्रिंट दे दे.
नोमान
दो दिन बस जनाब
इकबाल
कश्मीर जाओ और कैंट की फोटो लेकर आओ.
नोमान
जी जनाब.
इकबाल
गुड.
आईएसआई के हैंडलर इकबाल काना और नोमान के बीच की यह वायरल बहुत कुछ बताती है.
वॉइस चेट में ट्रेन को लेकर मांगी गई जानकारी
इसके बाद इकबाल और नोमान के बीच की एक वॉइस चेट भी सामने आई है. इकबाल बोल रहा है कि जम्मू-कश्मीर की तरफ जो जालंधर और अमृतसर होते हुए ट्रेन आती है, उनकी लोकेशन भेजो और जाकर देखो उनमें कितने लोग आ रहे हैं. इकबाल को जवाब देने के बाद नोमान ने अपनी वॉइस चेट्स डिलीट कर दी.
नोमान के पास से 6 भारतीय पासपोर्ट बरामद
जांच में सामने आया है कि नोमान के पास से कुल 6 पासपोर्ट बरामद हुए हैं. यह सभी भारतीय पासपोर्ट हैं और हर पासपोर्ट में पाकिस्तान की एंट्री है. साथ ही नोमान के पास से पाकिस्तान का एक संदिग्ध डॉक्यूमेंट भी मिला है.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नोमान लगातार आईएसआई के हैंडलर इकबाल काना से बातचीत कर रहा था.
कौन है नोमान, जिसने PAK को भेजी अहम जानकारी
नोमान इलाही को हरियाणा के पानीपत जिले से गिरफ्तार किया गया है. नोमान पेशे से एक कंप्यूटर ऑपरेटर था. हालांकि वह पाकिस्तान के लिए काम करने वाले 'डार्क वेब' जासूस था. रेलवे और मिलिट्री मूवमेंट से जुड़ी कई अहम जानकारियां उसने विदेशी नंबरों पर भेजी थी. पूछताछ में नोमान ने स्वीकारा है कि उसने पैसे लेकर लोगों से USB ड्राइव और दस्तावेज लिए और उन्हें डार्कनेट के जरिए अपलोड किया.