अहमदाबाद विमान हादसा अपने पीछे गम और आंसुओं से भीगी कई कहानियां छोड़ गया है. इन कहानियों में अपनों को खोने का दर्द है तो कुछ लोगों में हादसे का कारण जानने की उत्सुकता भी है. लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कैसे एक विमान उड़ान के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव और इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर एविएशन, एयरोस्पेस एंड ड्रोन्स के चेयरमैन सनत कौल ने एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच की चाबी ब्लैक बॉक्स के पास है.
सनत कौल ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में कहा कि ब्लैक बॉक्स सबसे महत्वपूर्ण सबूत है, खासतौर पर दुर्घटनाग्रस्त विमानों के पायलटों के बीच आखिरी बातचीत.
जांच में सबसे महत्वपूर्ण होता है ब्लैक बॉक्स
उन्होंने कहा कि ब्लैक बॉक्स इस विमान हादसे की जांच को आगे बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होगा. ब्लैक बॉक्स में सब कुछ रिकॉर्ड हो जाता है, वह कभी खराब नहीं होता है. आखिरी लम्हों में पायलट के बीच क्या बातचीत हुई वह ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड हुआ होगा.
कौल ने इस वीडियो में दुर्घटना के बाहरी कारण को लेकर कहा कि विमान दुर्घटना के वीडियो में कोई बाहरी कारण नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम ठीक था, हवा भी तेज नहीं चल रही थी.
पक्षी के टकराने के सवाल पर दिया ये जवाब
साथ ही विमान के पक्षी से टकराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि कोई पक्षी विमान से टकराया होता तो विमान के एक इंजन पर असर पड़ता और दूसरा इंजन काम करता रहता. बोइंग का दूसरा इंजन भी बहुत पावरफुल होता है.
कौल ने एनडीटीवी को बताया कि पायलट भी बेहद अनुभवी था. विमान ऊपर क्यों नहीं गया, इसकी विस्तृत जांच की जरूरत है. हवा नही चल रही थी और मौसम भी खराब नहीं था तो दुर्घटना किस कारण से हुई? इसे लेकर कोई अनुमान लगाना मुश्किल है.
जांच में शामिल होंगी कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां: कौल
साथ ही दुर्घटना की जांच को लेकर उन्होंने कहा कि इंटनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (International Civil Aviation Organisation) के जांच के स्टैंडर्ड बहुत सख्त हैं. नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (Aircraft Accident Investigation Bureau) को एयर इंडिया विमान हादसे की जांच ICAO के प्रोटोकॉल के तहत करनी होगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस जांच में कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी शामिल होंगी, जो महत्वपूर्ण है. इस तरह के हादसे की जांच पूरी होने में कम से कम 2 से 3 महीने लगते हैं. हादसे से जुड़े सारे सबूत अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास जहां विमान गिरा वहां मौजूद हैं.
242 यात्रियों को ले जा रहा था विमान
अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर 242 लोगों को ले जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई 171) विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद ही एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इसमें एक विमान सवार को छोड़कर सभी की मौत हो गई.