महिला की शादी अफ़रोज़ नाम के शख्स से हुई थी. लेकिन उसने अफ़रोज़ को तलाक़ दिया और उसके रिश्तेदार इंतेखाब के साथ भाग कर शादी की और वो लोग बेंगलुरु में रह रहे थे. महिला की हत्या उसको सबक सीखाने के लिए की गई थी. सभी आरोपी और मृतक महिला बिहार के अररिया से हैं. महिला की उम्र 27 साल के बीच बताई जा रही है. आरोपी ऑटो रिक्शा में आए थे और महिला के शव को ड्रम को छोड़कर भाग गए थे. ऐसा लगता है कि पुलिस ने अब इस पूरे मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है.
अफ़रोज़ के भाई ने सबक सिखाने के लिए महिला की हत्या की, क्योंकि परिवार की बदनामी समाज में हुई थी. 12 मार्च को अफ़रोज़ के भाई कमाल ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर 27 साल की तमन्ना की हत्या कर दी थी. फिर 13 मार्च को उसका शव प्लास्टिक के ड्रम में रखकर रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया. सीसीटीव फुटेज से ऑटो को ट्रैक किया गया और फिर मामले की परतें खुलती गईं. 8 में से 3 आरोपी पकड़े गए हैं, 5 अभी भी फरार हैं.
रेलवे पुलिस की SP डॉ. सोमलता के मुताबिक, "पिछली 2 घटनाओं से इस हत्याकांड का कोई लेना-देना नहीं है. अब तक की जांच में ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है, जिसकी बुनियाद पर ये कहा जाए कि तीनो हत्या सीरियल किलर का काम है."
बता दें कि इससे पहले 6 दिसंबर 2022 को एक महिला का शव ट्रैन के कम्पार्टमेंट में मिला था, जिसकी अबतक शिनाख्त नहीं हो पाई है. वहीं, 4 जनवरी को बेंगलुरु शहर के ही यशवंतपुर प्लेटफार्म पर प्लास्टिक के कंटेनर में एक महिला का शव मिला था, जो आंध्रप्रदेश के मछलीपट्नम से किसी ने लाकर प्लेटफार्म पर छोड़ दिया था, इसकी शिनाख्त भी अबतक नहीं हो पाई है.