- पंजाब पुलिस की AGTF ने डेरा बस्सी-अंबाला हाईवे पर चार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों को गिरफ्तार किया.
- गिरफ्तार आरोपियों के पास से 7 कैलिबर पिस्तौल और 70 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं.
- गिरफ्तार बदमाश ट्राइसिटी और पटियाला क्षेत्र में हमले की योजना बना रहे थे.
पंजाब पुलिस की स्पेशल एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने बुधवार को डेरा बस्सी-अंबाला हाईवे पर हुई एक मुठभेड़ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 4 गुर्गों को गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई के दौरान दोनों ओर से गोलीबारी भी हुई. लेकिन टास्क फोर्स के जवानों ने चारों ओर से लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के विदेशी गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों के 4 गुर्गों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि सीएम भगवंत सिंह मान के निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के बीच यह एक बड़ी सफलता मिली है.
बताया गया कि पंजाब एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने एसएएस नगर पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में डेरा बस्सी-अंबाला राजमार्ग पर स्टील स्ट्रिप्स टावर्स के पास आज दोपहर गोलीबारी के बाद इन सभी बदमाशों को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान पटियाला के राजपुरा स्थित ढकनसू कलां निवासी हरविंदर सिंह उर्फ भोला उर्फ हनी और लखविंदर सिंह तथा पटियाला के राजपुरा निवासी मोहम्मद समीर और रोहित शर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से 7 .32 कैलिबर पिस्तौल और 70 ज़िंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.
बदमाशों के पास से बरामद हाईटेक पिस्तौल और कारतूस.
ट्राइसिटी और पटियाला में हमले की योजना बना रहे थे चारों
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चला है कि गिरफ्तार किए गए लोग अपने विदेशी आकाओं के निर्देश पर काम कर रहे थे. ये लोग ट्राइसिटी व पटियाला क्षेत्र में हमलों की योजना बना रहे थे. उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे और पीछे के संबंधों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.
बदमाशों के छिपे होने के इनपुट पर शुरू हुई कार्रवाई
एजीटीएफ के एडीजीपी प्रमोद बान ने बताया कि डेरा बस्सी-अंबाला राजमार्ग पर स्थित एक घर में आतंकवादियों की मौजूदगी के संकेत देने वाली विशिष्ट खुफिया जानकारी मिली थी. जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी बिक्रमजीत सिंह बराड़ के नेतृत्व में एजीटीएफ और एसएएस नगर पुलिस की संयुक्त टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर दी.
अभियान के दौरान की तस्वीर.
दो बमदाश हरविंदर और समीर को गोली लगी
एडीजीपी ने बताया कि अभियान के दौरान जब टीमों ने आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया तो संदिग्धों ने पुलिस पार्टी पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसमें हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह और कांस्टेबल गुलाब सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगीं. जवाबी गोलीबारी में संदिग्ध हरविंदर सिंह उर्फ भोला और मोहम्मद समीर को गोली लगी और बाद में उन्हें और बाकी दो आरोपियों को काबू कर लिया गया.
गिरफ्तार किए गए चारों बदमाशों का रहा है आपराधिक इतिहास
घटनास्थल का दौरा करने वाले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) एसएएस नगर हरमनदीप हंस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों लोगों का आपराधिक इतिहास रहा है. उन्होंने बताया कि इस मॉड्यूल के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए आगे की जांच जारी है, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां और बरामदगी होने की संभावना है.
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