बिहार में विधानसभा चुनाव हारने के बाद NDTV ने प्रशांत किशोर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया है. NDTV को दिए इंटरव्यू में PK ने साफ कहा कि हार उनके सफर की शुरुआत है, मंजिल नहीं है. प्रशांत किशोर ने कहा कि चुनाव भले हारे हों लेकिन हमने बहुत कुछ कमाया है. इन 3 सालों की मेहनत के बाद आज जनसुराज को हर कोई जानता है. हर कोई ये जानता है कि कोई प्रशांत किशोर लड़ा और एक भी सीट नहीं जीत सका. प्रशांत किशोर बोले कि हमने रोजगार-पलायन को मुद्दा बनाया. इससे जनसुराज की पहचान बनी और अब पूरा बिहार जनसुराज को जानता है.
PK बोले, 'बिहार को जीते बिना पीछे हटने का सवाल ही नहीं है. आप मेरी जिद नहीं जानते. 5 साल लगें, 10 साल लगें, मैं बिना किए नहीं रुकूंगा.' उन्होंने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का उदाहरण देते हुए कहा कि शुरुआत में उन्होंने भी सात सीटों से चुनाव लड़ा और सभी जगह हार गए. लेकिन जिद और लगातार मेहनत ने एक दिन उन्हें सत्ता तक पहुंचाया. PK बोले, 'जो सही होता है, अंत में वही जीतता है.'
'शराबबंदी पर मैं बोलता रहूंगा'
PK ने यह भी दोहराया कि वे शराबबंदी हटाए जाने के पक्ष में हैं. उन्होंने कहा कि अगले पांच साल भी इसी मुद्दे पर बोलते रहेंगे. 'जो बात लेकर समाज में गया हूं, वही बात बोलूंगा. जनसुराज की मूल बातों में कोई बदलाव नहीं होगा.'
'हारे तो क्या… डॉक्टर-प्रोफेसर को फिर चुनाव लड़ाऊंगा'
PK ने कहा कि जनसुराज जिन मूल सिद्धांतों पर खड़ा है, उन्हें बदला नहीं जाएगा. हमने जिन डॉक्टरों, प्रोफेसरों को टिकट दिया था, वो भले बुरी तरह हारे, लेकिन मैं फिर उन्हीं को चुनाव लड़ाऊंगा. अगर 10 साल बाद भी हार गए, उसके बाद सोचूंगा.
उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई बिहार सुधारने की जिद से जुड़ी है. PK बोले, 'अभिमन्यु को चक्रव्यूह में घेरकर मार दिया गया, लेकिन अंत में जीता वही जो सही था. हम सही बात कर रहे हैं, लगे रहेंगे तो समाज को मानना पड़ेगा.'
RJD पर निशाना: उनकी कोर स्ट्रेंथ बस उतनी ही है
PK ने RJD की करारी हार पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि RJD की असल ताकत 25–35 सीट की ही है, पिछली बार उन्हें 75 सीटें चिराग पासवान फैक्टर की वजह से मिली थीं. PK ने कहा, 'बिहार में एक डर है-जंगलराज वापस नहीं आना चाहिए. यही RJD की सबसे बड़ी चुनौती है.'














