- एयर इंडिया की अमृतसर-बर्मिंघम उड़ान में बोइंग 787 विमान के उतरते समय रैम एयर टर्बाइन सक्रिय हो गया था
- आरएटी तब सक्रिय होता है जब दोनों इंजन बंद हो जाते हैं या इलेक्ट्रॉनिक व हाइड्रोलिक विफलता होती है
- विमान सुरक्षित रूप से बर्मिंघम में उतरा और एयर इंडिया ने उस उड़ान की दिल्ली से बर्मिंघम उड़ान रद्द कर दी
एयर इंडिया की अमृतसर-बर्मिंघम फ्लाइट के क्रू मेंबर्स ने बताया कि शनिवार को हवाई अड्डे पर उतरने के दौरान बोइंग 787 का ‘रैम एयर टर्बाइन' (आरएटी) एक्टिव हो गया, हालांकि विमान सुरक्षित रूप से लैंड हो गया. विमानन कंपनी ने रविवार को यह जानकारी दी. आरएटी दोनों इंजन के काम करना बंद करने या पूर्ण इलेक्ट्रॉनिक या हाइड्रोलिक विफलता की स्थिति में अपने आप एक्टिव हो जाता है. यह आपातकालीन ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए हवा की गति का उपयोग करता है.
एयर इंडिया ने कहा कि उसने अपनी बर्मिंघम-दिल्ली उड़ान रद्द कर दी है, क्योंकि विमान को निरीक्षण के लिए रोक दिया गया है. टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया ने एक बयान में कहा, 'चार अक्टूबर 2025 को अमृतसर से बर्मिंघम जा रही उड़ान संख्या एआई117 के संचालक दल को विमान के उतरने के दौरान ‘रैम एयर टर्बाइन' (आरएटी) के सक्रिय होने का पता चला. सभी विद्युत और हाइड्रोलिक पैरामीटर सामान्य पाए गए और विमान बर्मिंघम में सुरक्षित रूप से उतरा.'
हालांकि, विमानन कंपनी ने विमान में सवार लोगों की संख्या सहित विशिष्ट विवरण साझा नहीं किए. एयर इंडिया ने एक बयान में कहा कि यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
बता दें कि इस वर्ष जून में एअर इंडिया बोइंग 787 विमान दुर्घटना के कई संभावित कारणों में इंजन या हाइड्रोलिक/इलेक्ट्रिकल विफलता या सॉफ्टवेयर की खराबी को भी शामिल किया जा रहा है. एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को लंदन गैटविक के लिए एआई 171 संख्या वाली उड़ान संचालित कर रहा था. अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिससे विमान में सवार 241 लोगों सहित 260 लोग मारे गए.
वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआईबी) इस दुर्घटना की जांच कर रहा है. एएआईबी ने इस साल जुलाई में अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा था कि बोइंग 787-8 विमान के इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच, उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही बंद हो गए थे. एएआईबी के अनुसार, एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया और दूसरे ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया. विमान के उड़ान भरने के लगभग 30 सेकंड के भीतर हुई दुर्घटना पर अपनी 15 पन्नों की प्रारंभिक रिपोर्ट में एएआईबी ने कहा कि ईंधन नियंत्रण स्विच बाद में चालू कर दिए गए थे, लेकिन इंजनों में से एक की गति में कमी को रोका नहीं जा सका. अमेरिकी विमान निर्माता बोइंग ने पिछले तीन दशक में भारत में हुई सबसे घातक हवाई दुर्घटनाओं में से एक पर चुप्पी बनाए रखी है.