अपने मरे हुए बच्चे को सूंढ़ में उठाए 7 किलोमीटर दूर दूसरे बगीचे पहुंची हथनी, पूरा झुंड भी चल रहा था साथ

एक अधिकारी ने कहा, "हाथियों ने एक बगीचे से दूसरे बगीचे में कम से कम 7 किमी की यात्रा की, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. एक साथ इतने सारे हाथियों को देख कर लोग तितर-बीतर हो गए."

विज्ञापन
Read Time: 5 mins
अपने मरे हुए बच्चे को सूंढ़ में उठाए हथनी (वीडियो ग्रैब)
कोलकाता:

'जानवारों में भी भावना होती है'. ये बात हमने कई बार लोगों को कहते सुना है. साथ ही कई बार ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने इस बात को सच कर दिखाया है. ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल में सामने आया है, जहां मरे हुए बछड़े को लेकर हथनी अपने झुंड के साथ सड़क पर एक बगीचे से दूसरे बगीचे जाते दिखी. घटना पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले की है. मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को मरे हुए बछड़े को लेकर 30-35 हाथियों के झुंड ने 7 किलोमीटर का सफर तय किया. 

कल सुबह हुई थी बच्चे की मौत 

एक अधिकारी ने कहा, "हाथियों ने एक बगीचे से दूसरे बगीचे में कम से कम 7 किमी की यात्रा की, जिससे लोगों में दहशत फैल गई. एक साथ इतने सारे हाथियों को देख कर लोग तितर-बीतर हो गए." बता दें कि बनारहाट प्रखंड के डुआर्स क्षेत्र के चूनाभाटी चाय बागान में कल सुबह बछड़े की मौत हो गई थी. वन अधिकारियों ने कहा कि बछड़े की मां ने उसे सूंड के साथ उठाया और अपने झुंड के साथ एक चाय बागान से दूसरे में चली गई.

इलाके में वनकर्मी तैनात 

चूनाभाटी से, हाथी रेडबैंक चाय बागान में एक झाड़ी के पास बछड़े के शव को रखने से पहले हाथियों का झुंड अंबारी चाय बागान, डायना चाय बागान और न्यूडूअर्स चाय बागान गया. फिलहाल हाथी वापस वन को चले गए है. घटना के बाद वनकर्मी इलाके में हैं और स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं.

यह भी पढ़ें -

"राज्यसभा जाने की जिद नहीं की, अखिलेश यादव ने बड़ा दिल दिखाया"- NDTV से बोले जयंत चौधरी

दिव्यांग बच्चे को फ्लाइट में चढ़ने से रोकने पर DGCA ने Indigo पर लगाया 5 लाख रुपये का जुर्माना

Featured Video Of The Day
Bengaluru में दो मासूम बच्चों को किसने मारा, मां या पिता, अगर मां ने तो फिर उसपर हमला किसने किया
Topics mentioned in this article