- ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को दो पत्र लिखकर मतदाता सूचियों के SIR की प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है.
- तृणमूल कांग्रेस ने SIR प्रक्रिया के कारण BLO पर अत्यधिक दबाव और 30 से अधिक BLO की मौत का आरोप लगाया है.
- चुनाव आयोग ने TMC नेताओं से 28 नवंबर को सुबह 11 बजे मुलाकात के लिए बैठक का समय निर्धारित किया है.
बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी अब तक चुनाव आयोग को दो पत्र लिखकर मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Review) पर अपनी आपत्ति जता चुकी हैं. ममता ने चुनाव आयोग से SIR की प्रक्रिया पर तुरंत रोक लगाने की भी मांग की थी. अब ममता के पत्रों पर आयोग कानूनी राय लेकर अपना जवाब देगा. इस बीच चुनाव आयोग ने टीएमसी नेताओं को मिलने के लिए बुलाया है. सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से आयोग से मिलने का समय मांगा गया था.
देश के 12 राज्यों में इस वक्त फिर SIR की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन बंगाल में इसे लेकर सबसे ज्यादा हंगामा मचा हुआ है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस इसका लगातार विरोध कर रही है. पार्टी का आरोप है कि इस प्रक्रिया के चलते सभी बीएलओ भारी दबाव में हैं, जिसके चलते 30 से ज्यादा बीएलओ अपनी जान तक गंवा चुके हैं. पार्टी का आरोप है कि मरने वालों में कुछ ने तो दबाव से तंग आकर आत्महत्या तक कर ली है.
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राजनीतिक दलों के साथ सकारात्मक चर्चा के लिए तैयार: ECI
इसी मुद्दे पर अब चुनाव आयोग ने टीएमसी नेताओं को मिलने के लिए बुलाया है. आयोग ने पार्टी को लिखे एक पत्र में कहा है कि पार्टी अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ 28 नवंबर को सुबह 11 बजे आयोग से मुलाकात कर सकती है. इस मुलाकात की मांग करते हुए पार्टी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने 23 नवंबर को चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा था. आयोग ने अब पार्टी नेताओं को मिलने के लिए बुलाया है. आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों के साथ सकारात्मक चर्चा के लिए वो हमेशा तैयार रहता है.
बंगाल सहित 12 राज्यों में जारी है SIR की प्रक्रिया
ममता बनर्जी और उनकी पार्टी लगातार SIR का विरोध कर रही है. बंगाल और उत्तर प्रदेश समेत 12 राज्यों में फिलहाल SIR की प्रक्रिया चल रही है. इसके तहत मतदाताओं से फॉर्म लेने की आखिरी तारीख 4 दिसंबर तय की गई है. वहीं चुनाव आयोग का कहना है कि अब तक 99 फीसदी से ज्यादा फॉर्म एकत्र किए जा चुके हैं.














