चुनाव आयोग चाहे 10 नोटिस भेज दे, लेकिन धर्म के आधार पर बांटने का विरोध करती रहूंगी: ममता बनर्जी

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं दर्ज हो रही है? जो हर रोज हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक की बात करते हैं. नंदीग्राम चुनाव के दौरान जिन लोगों ने 'मिनी पाकिस्तान' शब्द का इस्तेमाल किया था, उनके खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं? 

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Mamata Banerjee को Election Commission Notice का 48 घंटे में जवाब देना था
दोमजुर :

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं (Hindu Muslim Voters) से एकजुट होने की अपील वाले बयान पर चुनाव आय़ोग  (Election Commission) से नोटिस मिलने पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इससे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी. बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी 5 चरणों का चुनाव बाकी है.

ममता ने कुछ दिनों पहले मुस्लिम मतदाताओं से TMC  के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी. इसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को बनर्जी को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए नोटिस भेजा था.टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने दोमजुर में चुनाव प्रचार के दौरान पूछा कि जब BJP के स्टार प्रचारक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने बयानों में हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक का जिक्र करते हैं तो उनके खिलाफ कोई शिकायत क्यों दर्ज नहीं की जाती?

ममता बनर्जी ने कहा, चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भेज सकता है, लेकिन उनका जवाब एक ही होगा. मैं हमेशा हिंदू, मुस्लिम वोटों के विभाजन के खिलाफ बोलती रहूंगी. मैं धार्मिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के खिलाफ खड़ी रहूंगी.मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं दर्ज हो रही है? जो हर रोज हिंदू और मुस्लिम वोटबैंक की बात करते हैं. नंदीग्राम चुनाव के दौरान जिन लोगों ने 'मिनी पाकिस्तान' शब्द का इस्तेमाल किया था, उनके खिलाफ कितनी शिकायतें दर्ज की गईं? 

चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को उनके 3 अप्रैल को दिए गए बयान पर जवाब मांगा था. इस बयान में ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं से अपील की थी कि वो अपने वोट को विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच बंटने न दें. शिकायत के मुताबिक, उन्होंने सांप्रदायिक आधार पर टीएमसी के लिए वोट मांगे थे. चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से 48 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा था.

इसके जवाब में कूचबिहार में एक चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा था कि अगर उन्होंने इसी प्रकार सभी हिन्दुओं को एकजुट हो जाने और बीजेपी को वोट देने की अपील की होती तो उन्हें चुनाव आयोग के आठ-दस नोटिस मिल गए होते और देश भर के अखबारों में उनके खिलाफ संपादकीय छप जाते. मोदी ने कहा कि इस प्रकार की अपील कर ममता बनर्जी ने ‘सेल्फ गोल' कर लिया है और साथ ही यह स्वीकार कर लिया है कि वह चुनाव हार चुकी हैं. 

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