चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को पिछले महीने उनके एक भाषण में कथित तौर पर सांप्रदायिक लहजा होने को लेकर नोटिस जारी किया है. उनसे 24 घंटे के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है.
शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम विधानसभा सीट पर मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार भी हैं. नंदीग्राम सीट पर मतदान संपन्न हो चुका है. बंगाल में अभी तीन चरणों का चुनाव हुआ है, जबकि बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी 5 चरणों का मतदान बाकी है.
लगता है मुस्लिम वोटबैंक भी ममता बनर्जी के हाथ से निकल गया है : PM नरेंद्र मोदी
चुनाव आयोग के नोटिस में कहा गया है कि भाकपा (माले) की केंद्रीय समिति की सदस्य कविता कृष्णन की तरफ से शिकायत आई है. इसमें आरोप लगाया है कि 29 मार्च को अधिकारी ने नंदीग्राम में एक रैली को संबोधित करने के दौरान ‘नफरती भाषण' दिया था.आयोग ने आदर्श आचार संहित के दो प्रावधानों का हवाला दिया. एक प्रावधान में कहा गया है कि दूसरे राजनीतिक दलों की आलोचना उनकी नीतियों और कार्यक्रमों, अतीत के रिकॉर्ड और काम तक सीमित होगी.
दूसरों दलों या उनके कार्यकर्ताओं की आलोचना असत्यापित आरोपों या मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर करने से बचा जाएगा. दूसरे प्रावधान में स्पष्ट है कि वोट हासिल करने के लिए जाति या सांप्रदाय के आधार कोई अपील नहीं की जाएगी.नोटिस में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने पाया है कि आदर्श आचार संहिता के कुछ प्रावधानों का उल्लंघन हुआ है.
उधर, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं से एकजुट होने की अपील वाले बयान पर चुनाव आय़ोग से नोटिस मिलने पर प्रतिक्रिया दी है. ममता बनर्जी ने कहा है कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें 10 कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इससे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी.