- यूपी पुलिस ने अवैध धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए ईडी को एफआईआर की कॉपी सौंप दी है.
- ईडी धर्मांतरण गिरोह की विदेशी फंडिंग और मनी ट्रेल की जांच करेगी, जिसमें 40 खातों में विदेशों से सौ करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मिली है.
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आरोपी और उसके गिरोह की संपत्तियां जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाएगी , ताकि समाज के लिए ये एक उदाहरण बने.
यूपी के धर्मांतरण केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत ईडी जांच करेगी. इसके लिए ईडी ने यूपी पुलिस से एफआईआर की कॉपी ले ली है. इसमें वह फंडिंग और मनी ट्रेल की जांच करेगी. बता दें कि यूपी एटीएस ने हाल ही में अवैध तरीके से धर्मांतरण करवाने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को अरेस्ट किया है. इसम मामले पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया भी आई है. उन्होंने कहा है कि यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
सीएम योगी ने कहा- सख्त कार्रवाई की जाएगी
योगी ने कहा कि आरोपी और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और कानून के मुताबिक सख्त कार्रवाई की जाएगी. योगी ने आगे कहा कि उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए एक उदाहरण बने. सीएम योगी का रिएक्शन ऐसे समय में आया है कि जब यूपी के बलरामपुर स्थित जलालुद्दीन के घर पर बुलडोजर एक्शन हुआ है.
लालच और प्रेमजाल में फंसाकर करवाते थे धर्मांतरण
बता दें कि यूपी एटीएस ने धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए खुद को सूफी संत बताने वाले छांगुर बाबा उर्फ जलालुद्दीन समेत 3 को अरेस्ट किया था. गिरोह पर विदेशी फंडिंग, करोडों की संपत्ति खरीद, प्रेमजाल और प्रलोभन के जरिए सैंकड़ों लोगों का अवैध धर्मांतरण करवाने का आरोप है.
गिरोह के 40 खातों में विदेशों से 100 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई
इससे पूर्व यूपी के एडीजी एलओ अमिताभ यश ने बताया था कि छांगुर बाबा खुद को हजरत जलालुद्दीन पीर बाबा के रूप में दिखाता है. जानकारी मिली थी कि बलरामपुर के उतरौला में उसका धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा है. इसकी जांच एसटीएफ ने की. इस धर्मांतरण गिरोह के एजेंट युवाओं को प्रेमजाल में फंसाकर धर्मांतरण करवाते थे. इसके साथ ही कई नाबालिगों का भी धर्मांतरण इस गैंग ने करवाया. सबसे बड़ी बात इनके 40 खातों में विदेशों से 100 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि प्राप्त हुई, जिनका इस्तेमाल धर्मांतरण के लिए किया गया.