महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और CM उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल परब से ED ने 8 घंटे की पूछताछ

अनिल परब दरअसल एंटीलिया बम केस में गिरफ्तार एपीआई सचिन वाजे की वजह से मुसीबत में फंसे हैं. सचिन वाजे ने पहले NIA की हिरासत में रहते हुए एक चिठ्ठी लिखकर मंत्री अनिल परब पर पैसे की उगाही के आरोप लगाए थे.

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महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री अनिल परब ने यह जानने से इनकार किया कि उन्हें ईडी ने क्यों तलब किया है. (फाइल फोटो)
मुंबई:

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी अनिल परब से प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ईडी ने 8 घंटे पूछताछ की. सुबह 11 बजे आये अनिल परब शाम करीब 7 बजे ED दफ़्तर से निकले और मीडिया से के सवालों पर कहा कि वो व्यक्तिगत सवालों का जवाब देने को बाध्य नही हैं. जांच एजेंसी को अधिकार है, उन्होंने उनके सवालों का जवाब दिया है आगे भी सहयोग करेंगे ये कहकर वो चले गए. जबकि सुबह ईडी दफ़्तर में जाने के पहले मीडिया से बात करते हुए अनिल परब ने कहा था कि मैं अपने बेटे की कसम खा कर कहता हूं कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है. मुझे नहीं पता है कि मुझे जांच के लिए किस मामले में बुलाया गया है. जब मैं जाऊंगा, तो जो मुझसे पूछा जाएगा, मैं उसका जवाब दूंगा.

ये पूछने पर कि क्या वो राजनीति के शिकार हो रहे हैं क्योंकि इसके पहले शिवसेना के आनंदराव अडसुल और भावना गवली से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है. अनिल परब ने इस पर ये कहकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि आज मैं सिर्फ अपने बारे में बात करूंगा, किसी ओर के बारे में मुझे कुछ नहीं पता है. अनिल परब दरअसल एंटीलिया बम केस में गिरफ्तार एपीआई सचिन वाजे की वजह से मुसीबत में फंसे हैं. सचिन वाजे ने पहले NIA की हिरासत में रहते हुए एक चिठ्ठी लिखकर मंत्री अनिल परब पर पैसे की उगाही के आरोप लगाए थे.

सचिन वाजे ने लिखा था कि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के अलावा परिवहन मंत्री अनिल परब ने भी उस पर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया था. परब ने उसे सड़क बनाने के ठेकेदारों से पैसे उगाहने के लिए कहा था. साथ ही एक ट्रस्ट से भी पैसे वसूलने के लिए कहा था. वाजे के मुताबिक उससे 50 करोड़ से बात शुरू करने को कहा गया था. ईडी आरटीओ अधिकारी बजरंग खरमाटे से भी पूछताछ कर चुकी है. आरोप है कि बजरंग खरमाटे के जरिये ट्रान्सफ़र पोस्टिंग में रिश्वत ली जा रही थी. उस मामले में भी अनिल परब पर आरोप लगे हैं.

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पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ED ने सचिन वाजे के बयान के आधार पर ही अनिल परब को समन भेजकर बुलाया है. अनिल परब को पहले 29 अगस्त को ईडी ने समन भेजा था और 31 अगस्त को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा था. लेकिन परब ने तब एजेंसी से सरकारी कार्यक्रमों में व्यस्त होने की बात कहकर 14 दिन का समय मांगा था. आज फिर बुलाये जाने पर वो ED दफ़्तर में हाजिर हुए हैं. इस बीच अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अनिल परब बीजेपी नेता किरीट सोमैया के खिलाफ 100 करोड़ की मानहानि की नोटिस दे चुके हैं.

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