लोन देने और फिर लोगों को ब्लैकमेलिंग के जाल में फंसाने वाले फर्जी चीनी लोन ऐप घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय को बड़ी सफलता मिली है. ईडी ने 230 करोड़ रुपये के इस घोटाले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन सभी आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय के कोच्चि जोनल ऑफिस ने गिरफ्तार किया. यह चारों आरोपी विभिन्न कंपनियों के निदेशक हैं. ईडी ने इन चारों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार किया.
यह आरोपी आए ईडी की गिरफ्त में
- डेनियल सेल्वाकुमार: Xoduz Solutions Pvt. Ltd. के निदेशक और Tyrannus Technology Pvt. Ltd. का संचालक है.
- एलन सैमुअल: Aprikiwi Solutions Pvt. Ltd. का निदेशक है.
- एंटो पॉल प्रकाश: Global Expositions and Infomedia Solutions का मालिक और Sozo Technology Pvt. Ltd. का निदेशक है.
- कथिरवन रवि: Future Vision Media Solutions Pvt. Ltd. का निदेशक है.
कैसे हुआ लोन ऐप घोटाला?
- यह मामला केरल और हरियाणा में दर्ज 11 एफआईआर से शुरू हुआ, जिनमें लोगों से जबरन उगाही और अधिक ब्याज वसूलने के नाम पर ब्लैकमेलिंग की शिकायतें की थी.
- फर्जी लोन ऐप डाउनलोड करने के बाद, आरोपियों ने पीड़ितों के मोबाइल डेटा को हैक कर लिया. बाद में उन्हें ब्लैकमेल कर बैंक खातों के जरिए से जबरन पैसा ट्रांसफर करवाया गया.
- ईडी की जांच में पता चला कि लूटे गए पैसे को फर्जी कंपनियों के खातों में भेजकर विदेशों में ट्रांसफर किया गया.
- यह पैसा सिंगापुर की Nium Pte Ltd. की भारतीय शाखा Nium India Pvt. Ltd. के जरिए से बाहर भेजा गया.
400 से अधिक फर्जी खातों में 230 करोड़
ED की जांच में सामने आया कि सिंगापुर के एक नागरिक के आदेश पर इन आरोपियों ने 400 से अधिक फर्जी खातों में 230.92 करोड़ रुपये जमा किए और फिर सिंगापुर की कंपनियों को ट्रांसफर किया.
इस मामले में ईडी ने फरवरी 2024 में मुंबई, चेन्नई और कोच्चि सहित 10 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की. ईडी को इस छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए. साथ ही 123.58 करोड़ रुपये की राशि कई बैंक खातों में फ्रीज की गई.
1677 करोड़ रुपये की राशि को विदेश भेजी
ईडी की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने Nium India Pvt. Ltd. का दुरुपयोग कर 1677 करोड़ रुपये की राशि को विदेश भेज दिया. साथ ही टैक्स नियमों की अनदेखी की गई और आयकर अधिनियम, 1961 के तहत आवश्यक 15CA/CB फॉर्म नहीं भरा गया. जांच में Nium India Pvt. Ltd. की बड़ी लापरवाही भी उजागर हुई.