हरियाणा विधानसभा चुनाव की नई तारीख का ऐलान, अब 5 अक्टूबर को डलेंगे वोट, 8 को काउंटिंग

Jammu Kashmir counting date changed : चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव की मतगणना का दिन बदल दिया है. साथ ही हरियाणा में मतदान और मतगणना का दिन भी बदल दिया है. यहां जानें क्या बदलाव हुए...

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Haryana election date changed : चुनाव आयोग (Election Commision) ने हरियाणा के विधानसभा चुनावों (Haryana Assembly Election 2024) की तारीख बदल दी है.भाजपा और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने इसकी मांग की थी. अब हरियाणा की सभी सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान होगा. वहीं मतगणना 8 को होगी. पहले एक अक्टूबर को मतदान होना था. अब इसे बदलकर 5 अक्टूबर किया गया है. वहीं जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir Assembly Election 2024) में भी अब मतगणना 8 अक्टूबर को ही होगी. मतदान का दिन जम्मू कश्मीर में नहीं बदला गया है. वह पहले के तय तीन चरणों की तारीखों पर होगा. जम्‍मू कश्‍मीर में तीन चरणों में 18 सितंबर से मतदान होगा. मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने बताया कि जम्‍मू कश्‍मीर में पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को और तीसरे चरण का मतदान एक अक्टूबर को होगा.

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

चुनाव आयोग ने बताया कि हरियाणा के लिए मतदान के दिन को 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर, 2024 तक संशोधित किया और तदनुसार जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना का दिन 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर, 2024 तक संशोधित किया. बिश्नोई समुदाय के मतदान के अधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए निर्णय लिया गया. जिसने अपने गुरु जंभेश्वर की याद में आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को बरकरार रखा है.

बिश्नोई समाज की बात मानी

चुनाव आयोग को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख यानी 01.10.2024 को पुनर्निर्धारित करने के लिए अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आग्रह किया था. उन्होंने बताया था कि पीढ़ियों से पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई बिश्नोई परिवारों के लिए आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेना अति आवश्यक है. इस साल यह त्योहार 2 अक्टूबर को होगा और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे उन्हें मतदान के अधिकार से वंचित कर दिया जाएगा.

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पहले कभी बदलीं हैं तारीखें?

विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद ऐसा पहली बार नहीं है कि चुनाव आयोग ने तारीखें बदलीं हैं. ऐसा पहले भी हो चुका है. चुनाव आयोग ने बताया कि विभिन्न समुदायों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए चुनाव की तारीखों को भी समायोजित किया है. उदाहरण के लिए, 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग ने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले भक्तों को समायोजित करने के लिए चुनाव को एक सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया था. इसी तरह, मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान, आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थना का सम्मान करने के लिए मतदान की तारीखें बदल दीं. इसी तरह, 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में, आयोग ने मूल रूप से देवउठनी एकादशी पर होने वाले मतदान को पुनर्निर्धारित किया, जो राजस्थान में सामूहिक विवाह के लिए महत्वपूर्ण दिन है. यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की तारीख बदल दी गई थी. संयोग से, संशोधित मतदान दिवस 30 सितंबर 2024 को एक दिन की छुट्टी लेकर छह दिन की छुट्टी की किसी भी चिंता का समाधान भी करेगा. लंबी छुट्टियों को लेकर ही भाजपा और इनेलो ने चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी. हालांकि, चुनाव आयोग ने इस चिंता पर ध्यान तो दिया, लेकिन बदलाव बिश्नोई समाज के त्योहार के कारण ही किया है.

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