भूकंप से थर्राया दिल्ली-NCR, करीब 10 सेकेंड तक कांपी धरती; 4.4 रही तीव्रता

दिल्ली के साथ ही हरियाणा के कुछ जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम और जींद में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस बार भूकंप का केंद्र दिल्ली (Delhi Earthquake) के बहुत ही करीब हरियाणा के झज्जर में था. 

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके.

नई दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस (Delahi-NCR Earthquake) किए गए हैं. गुरुवार सुबह 9 बजकर 4 मिनट पर अचानक धरती कांपने लगी. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में करीब 10 सेकेंड तक धरती हिलती रही. गुरुवार सुबह से हो रही बारिश के बीच दिल्ली-एनसीआर में सुबह 9 बजकर 4 मिनट के करीब धरती जब कांपी तो लोग खौफ में आ गए. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि दफ्तरों में काम कर रहे लोगों और घरों में बैठे लोगों ने भी इसे महसूस किया. भूकंप का केंद्र दिल्ली से 51 किमी. दूर हरियाणा के झज्जर में जमीन की 10 किमी. गहराई में था.

दिल्ली के साथ ही हरियाणा के कुछ जिलों फरीदाबाद, गुरुग्राम और जींद में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इस बार भूकंप का केंद्र दिल्ली के बहुत ही करीब हरियाणा में था. भूकंप का केंद्र बहुत ज्यादा पास होने की वजह से दिल्ली-एनसीआर में इसके तेज झटके महसूस किए गए. 

Advertisement

भारत में भूकंप (Earthquake in India)

  • भारत में जनवरी से लेकर अभी तक कई जगहों पर अलग-अलग समय में भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं.
  • दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में इस साल अभी तक कई बार भूकंप महसूस किया जा चुका है. एक बार भूकंप का केंद्र हरियाणा में बताया गया.
  • दिल्ली के अलावा हरियाणा में भी भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं.

दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र IV में 

दिल्ली की भौगोलिक स्थिति की वजह से ऐसे भूकंप आना कोई असामान्य बात नहीं है. शहर में पहले भी कई बार ऐसे झटके महसूस किए गए हैं. साल 2020 में, राष्ट्रीय राजधानी में 3.0 तीव्रता से ज़्यादा के कम से कम तीन भूकंप आए, जिसके बाद एक दर्जन से ज्यादा झटके आए.

Advertisement

दिल्ली में भूकंप का खतरा ज्यादा

दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, दिल्ली भूकंपीय क्षेत्र 4 में स्थित है, जहां भूकंप का खतरा ज्यादा रहता है. इस क्षेत्र में भूकंपीयता काफी ज़्यादा है, जहां आमतौर पर 5-6 तीव्रता के भूकंप आते हैं, और कभी-कभी 7-8 तीव्रता के भी. हालांकि, ज़ोनिंग एक सतत प्रक्रिया है जो बदलती रहती है.

Advertisement