तुर्की में बीते दिनों आए भूकंप ने कई इलाकों में तबाही मचा दी है. अभी भी तुर्की के कई इलाके ऐसे हैं जहां राहत और बचाव कार्य जारी है. तुर्की के मलत्या में चल रहे ऐसे ही एक राहत कार्य के दौरान भारतीय मूल के युवक का शव मलबे से मिला है. तुर्की में भारतीय दूतावास फिलहाल शव को स्वदेश वापस लाने को लेकर तैयारियां कर रहा है. भारतीय दूतावास के अनुसार मृतक युवक की पहचान विजय कुमार के रूप में की गई है. विजय उत्तराखंड का रहने वाला था और बिजनेस ट्रिप पर कुछ दिन पहले तुर्की गया था. विजय उत्तराखंड के कोटद्वार जिले का रहने वाला था.
दूतावास के अनुसार विजय के शव को एक होटल के मलबे से बाहर निकाला गया है. पीटीआई के अनुसार विजय के परिवार ने बताया कि उन्हें दूतावास के किसी अधिकारी ने सूचना दी कि मलबे में दबे होने की वजह से विजय का चेहरा पहचाने जाने लायक नहीं बचा था. उसकी पहचान उसके हाथ में बने 'ऊं' के टैटू से की गई.
बता दें कि तुर्की और सीरीया में भूकंप की वजह से अभी तक 25000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर आ रही है. तुर्की और सीरिया में अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां राहत और बचाव का कार्य जारी है.
गौरतलब है कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों की संख्या अब 24,000 को पार हो गई है. इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि अधिकारियों को भूकंप आने के बाद तेजी से काम करना चाहिए था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. एर्दोगन ने शुक्रवार को तुर्की के आदियामान प्रांत का दौरा भी किया.
वहां उन्होंने स्वीकार किया कि भूकंप आने के बाद राहत और बचाव कार्यों को जिस गति से चलाना चाहिए था सरकार की प्रतिक्रिया उतनी तेज नहीं थी. उन्होंने कहा कि हमारे पास अभी दुनिया में सबसे बड़ी राहत और बचाव टीम है, मगर यह एक वास्तविकता है कि राहत और बचाव कार्य उतने तेज नहीं हैं, जितने हम चाहते थे.
सीरिया में, 5.3 मिलियन लोगों हो सकते हैं बेघर
एसएमएच की रिपोर्ट के अनुसार, अधिक ठंड होने की वजह सैकड़ों हजारों लोग बेघर हो गए हैं और भोजन की कमी हो गई है. लेकिन तुर्की और सीरिया की सरकार को भूकंप के बाद राहत और बचाव कार्य पर सवालों का सामना करना पड़ा है. हालांकि भूकंप से प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य चलाने के लिए दुनिया के कई देश तुर्की और सीरिया की मदद के लिए आगे आए हैं.
कई इलाकों में राहत औऱ बचाव कार्य तेज गति से चल भी रहे हैं. इन सब के बीच संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि पूरे तुर्की और सीरिया में कम से कम आठ लाख से ज्यादा लोगों को भोजन की आवश्यकता है. आशंका जताई जा रही है कि भूकंप के बाद अकेले सीरिया में ही 5.3 मिलियन लोग बेघर हो सकते हैं.