द्वारका एक्सप्रेसवे पर आने वाले महीनों में 'फ्री फ्लो टोलिंग' सिस्टम लागू होने वाला है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस प्रणाली को लागू करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है. ये प्रणाली लागू होते ही 28 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर टोल देने के लिए वाहनों को अब रोकने की जरूरत नहीं होगी. 'फ्री फ्लो टोलिंग' सिस्टम की मदद से लोगों को टोल पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिल जाएगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक्सप्रेसवे पर टोलिंग के लिए गैन्ट्री दिल्ली-गुड़गांव सीमा पर लगाई जाएगी.
जानें कैसे कटेंगे फास्टटैग से पैसे
टोल पर फास्टटैग स्कैन करने वाले एडवांस्ड रीडर और गाड़ियों के नंबर प्लेट पढ़ने वाले हाई-पावर कैमरे ओवरहेड गैन्ट्री पर लगाए जाएंगे. जो कि टोल से गुजरने वाले वाहनों के FASTag को रीड कर पैसे काट लेंगे. इस प्रणाली की मदद से 100 किमी प्रति घंटे की गति पर चलने वाले वाहनों पर लगे FASTag को भी आसानी से रीड किया जा सकेगा.
क्या होती है गैन्ट्री-आधारित टोलिंग
गैन्ट्री-आधारित टोलिंग को सैटेलाइट-आधारित और वैश्विक नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (जीएनएसएस) आधारित टोलिंग भी कहा जाता है. वर्चुअल टोल बूथ के जरिए वाहनों की निगरानी की जाती है और FASTag को रीड कर पैसे काटे जाते हैं. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 28 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर यह सिस्टम लागू करने का प्रस्ताव तैयार किया है और इसकी मदद से ट्रैफिक जाम से भी निजात मिल जाएगी.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली-गुरुग्राम को जोड़ने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे के गुरुग्राम खंड का उद्घाटन इसी साल किया है.
- द्वारका एक्सप्रेसवे भारतमाला के राष्ट्रीय गलियारे दक्षता में सुधार में शामिल है.
- एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-8 के पास दिल्ली के महिपालपुर में शिव मूर्ति के पास से शुरू होता है.
- फिर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर गुरुग्राम खेड़की-दौला गांव के पास बने टोल प्लाजा के पास खत्म होता.
- द्वारका एक्सप्रेस से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जाम से मुक्ति मिली है.
- यह द्वारका की तरफ से द्वारका एक्सप्रेसवे के जरिये इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिये संपर्क सुविधा प्रदान करता है.
- द्वारका एक्सप्रेस से 2 घंटे की जगह 20 मिनट में एयरपोर्ट पहुंचा जा सकता है
बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गैन्ट्री आधारित टोलिंग की सुविधा पहले से है. हालांकि मेरठ में एक टोल प्लाजा है. लेकिन द्वारका एक्सप्रेसवे पर आने वाले समय में कोई टोल प्लाजा नहीं होगा. फ्री फ्लो टोलिंग" सिस्टम लागू होते ही ये देश का पहला राजमार्ग बन जाएगा, जिस पर कोई भौतिक टोल प्लाजा या अवरोध नहीं होगा और लोग बिना वाहन रोके अपनी यात्रा कर सकेंगे.
वहीं टोल पर जो लोग भुगतान नहीं करते हैं, उनसे वसूली के तरीकों पर भी एनएचएआई विचार कर रहा है. एनएचएआई ने बकाया टोल वसूलने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है और परिवहन मंत्रालय से जुर्माना वसूलने वाली वाहन प्रणाली को अपडेट करने का आग्रह किया है. वाहन पोर्टल पर 'बकाया उपयोगकर्ता शुल्क' सेक्शन जोड़ने का प्रस्ताव है. ताकि वाहन मालिक वाहन पोर्टल पर लॉग इन कर अपनी बकाया राशि जान सके और भुगतान कर सके
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वाहन मालिकों को बकाया राशि का भुगतान करने या नोटिस पर आपत्ति जताने के लिए सात दिन का समय दिया जाएगा. बकाया राशि का भुगतान नहीं करने पर, उन्हें पंजीकरण हस्तांतरित करने, अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल सकेगा.