- देशभर में दशहरे के मौके पर रावण के पुतलों का दहन होने लगा है
- जैसे ही रावण के पुतलों में आग लगी वैसे ही जय श्री राम के जयकारे लगने लगे
- हर बार की तरफ इस बार भी रावण दहन देखने के लिए जगह-जगह भारी भीड़ उमड़ी है
देशभर में आज दशहरे का जश्न मनाया जा रहा है. शाम ढलते ही देश के कोने-कोने में रावण के पुतलों का दहन होने लगा है. आतिशबाज़ियों की गूंज, जयकारों की आवाज़ और लपटों में सिमटती बुराई. हर साल की तरह इस बार भी दशहरा अच्छाई की जीत का साक्षी बना. जब रावण के पुतलों में आग लगी तो बच्चों की आंखों में उत्साह, बुज़ुर्गों के चेहरों पर संतोष और हर किसी को यही संदेश मिल रहा था कि बुराई चाहे कितनी भी बड़ी हो, अंत उसका तय है. अबकी बार रावण सिर्फ बुराई से नहीं, बादलों से भी हार गया. हर साल दशहरे पर जब शाम ढलने लगती है, तो आसमां में आतिशबाज़ियों की चमक और धूमधड़ाका, मैदानों में रावण के जलते पुतलों की लपटें दिखाई देती हैं, लेकिन इस दफा इंद्रदेव की मेहरबानी की वजह से रावण जलने से पहले ही गल गया. लेकिन फिर भी रावण का पुतला धू-धू कर जला
Ravana Dahan Live:
भारी बारिश से पीएम मोदी का रावण दहन कार्यक्रम रद्द
दिल्ली में भारी बारिश की वजह से पीएम मोदी का आईपी एक्सटेंशन में रावण दहन का कार्यक्रम रद्द हो गया है. दशहरे पर दिल्ली में भारी बारिश की वजह से त्योहार का जश्न फीका पड़ गया
दिल्ली की लवकुश रामलीला में बारिश से बचते लोग
दिल्ली में दशहरे के मौके पर बारिश ने त्योहारी माहौल को फीका कर दिया. लव कुश रामलीला में लोग बारिश से बचने के लिए कुर्सियों, होर्डिंग्स और चादरों के नीचे छिपते दिखाई दिए.
पटना में धू-धू कर जला रावण
पटना में दशहरे की धूम के बीच 'रावण दहन' पूरे उत्साह के साथ किया जा रहा है. जैसे ही शाम ढली, राजधानी के विभिन्न मैदानों में रावण के विशाल पुतलों को अग्नि के हवाले किया गया. आतिशबाज़ियों के धूम-धड़ाके के बीच और 'जय श्रीराम' के नारों के बीच लोगों ने बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया. बच्चों से लेकर बुज़ुर्गों तक, हर चेहरा इस सांस्कृतिक उत्सव की रौशनी में दमकता नजर आया.
दहन से पहले ही गीले होकर गिरने लगा रावण
कई शहरों में दशहरे की रौनक इस बार बारिश की भेंट चढ़ गई. बिहार, दिल्ली, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रावण दहन से पहले ही पुतले भीगकर गल गए, जिससे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया. पटना के गांधी मैदान में विशालकाय रावण का पुतला टूट गया. वहीं मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और वैशाली जैसे जिलों में भारी बारिश के चलते रावण के पुतले मैदान में ही गीले होकर ढहने लगे. हालांकि प्लास्टिक और तिरपाल से उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई, लेकिन तेज़ हवा और बारिश के आगे सब बेअसर साबित हुआ.
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दिल्ली आईपी एक्सटेंशन में खड़े किए गए रावण पुतले
कहां, कहां मौसम से दशहरे का जश्न हुआ फीका
दिल्ली और एनसीआर में भी दोपहर के बाद से अचानक मौसम ने करवट ली. कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई, जिससे रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले भीग गए. यहां भी आयोजकों को कार्यक्रम में बदलाव करने पड़े. दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन में भी भारी बारिश हो रही है. पीएम मोदी यहां थोड़ी देर में पहुंचने वाले हैं. मध्य प्रदेश के कटनी और छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज में भी बारिश ने दशहरा उत्सव में खलल डाल दिया. कटनी में तेज़ हवा और बारिश के कारण रावण दहन मुश्किल में पड़ता दिख रहा है, जबकि रामानुजगंज में 60 फीट ऊंचे पुतले को बचाने के लिए कारीगरों को काफी मशक्कत करनी पड़ी है.
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बरेली में भी जलकर नहीं गलकर मरेगा रावण
उत्तर प्रदेश के बरेली में भी आज रावण जलकर नहीं गलकर मरेगा क्योंकि यहां भी तेज बारिश शुरु हो गई है. रावण दहन के मौके पर मेले का आयोजन होता है, जहां भारी भीड़ जुटती है. इन मेलों में लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ रावण दहन देखने आते हैं, लेकिन इस बार मौसम की मार ने रावण दहन के पूरे कार्यक्रम का मजा ही किरकिरा कर दिया. कुछ जगहों पर रावण गलकर गिर चुके हैं, वहीं कुछ जगहों पर रावण इतने गीले हो चुके हैं कि उनका जलना मुश्किल हो गया है.
रुद्रपुर में आंधी से गिरे पुतले
उत्तराखंड में आंधी से गिरे पुतले
उत्तराखंड के रुद्रपुर में अचानक हुई बारिश और आंधी के चलते रावण मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले गिर गए, जिसके चलते मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले पूरी तरह ख़राब हो गए. विजय दशमी के पर्व के चलते आज रुद्रपुर के गांधी पार्क में पुतला दहन का कार्यक्रम रखा गया था, जिसमे रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया जाना था. रामलीला कमेटी द्वारा इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी लेकिन अचानक मौसम के बदले मिज़ाज के चलते तीनो पुतले गिर गए. गांधी पार्क में पुतलों के गिरने की ये घटना लोगों के मोबाइल में कैद हो गई, अब यही वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहे हैं.
हरिद्वार में भी बारिश में ढह गया रावण