भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का कहना है कि भारत पिछले 75 साल में लोकतंत्र की जड़ें गहरी करने में कामयाब रहा है. वहीं, भारत ने पिछले नौ साल में कई बदलाव देखे हैं, ये राजनीतिक स्थिरता, निर्णायक नीति के वर्ष रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नीति निर्माण में स्पष्टता के साथ साथ (देश में) लोकतंत्र और मिलजुलकर काम करने की भावना है.
वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती महत्ता का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि नीतियों के जरिये लाए गए बदलावों के कारण हर जगह भारत की ही चर्चा है. अब समय आ गया है कि भारतीय उद्योग अपना आकार, पैमाना बदलें; यही उचित समय है.
चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 118वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 की अवधि ने "देश को हिलाकर रख दिया", जो राजनीतिक अस्थिरता की "अंतिम अवधि" भी थी. पिछले नौ वर्षों में प्रदर्शन का परिणाम देखने को मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को भी नई दिशा मिली है.
उन्होंने कहा, "पिछले नौ साल राजनीतिक स्थिरता और निर्णायक नीति-निर्माण के रहे हैं... इस अवधि के दौरान हमारी जीडीपी 2.03 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 3.75 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई है, जो लगभग दोगुनी है. प्रति व्यक्ति आय 2013 में 68,000 रुपये से बढ़ी है. -14... से 1.80 लाख रुपये." अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने पिछले नौ सालों में भारत को हर क्षेत्र में बदलने की कोशिश की है और सफल भी हुए हैं.
जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि न केवल व्यापार और उद्योगों में, बल्कि देश के हर क्षेत्र में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है और सभी लोग एक नई गति का अनुभव कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि व्यापार और उद्योग देश की अर्थव्यवस्था का केंद्र है, जहां से उसे ऊर्जा मिलती है. उन्होंने कहा, "नीतियों में आए बदलावों के कारण आज 'इंडियाज मोमेंट' की हर जगह चर्चा होती है और भारत पूरी दुनिया में एक जीवंत स्थान के रूप में जाना जाता है."
ये भी पढ़ें :-
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)