कोरोना की दूसरी लहर से देश में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर जैसी दवाओं की कमी के बीच कोरोना की नई दवा लांच की गई है. डीआरडीओ की इस कोरोना रोधी दवा 2-डीजी की पहली खेप सोमवार को लांच की गई. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इसे जारी किया. दावा है कि 2-डीजी दवा कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत को कम करेगी. कोरोना के मध्यम और गंभीर मरीजों पर 2-डीऑक्सी-डी-ग्लुकोज (2-डीजी) दवा के आपातकालीन इस्तेमाल को भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) की ओर से मंजूरी मिली थी.
राजनाथ सिंह ने कहा कि यह दवा कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए उम्मीद की किरण ले कर आई है. यह दवा सैशे में उपलब्ध होगी और कोरोना मरीज इसे आसानी पानी में घोलकर ले सकेंगे.रक्षा मंत्री ने कहा कि यह वक्त थकने और आराम करने का नहीं है.राजनाथ ने कहा कि चाहे ऑक्सीजन की आपूर्ति का मामला हो या आईसीयू बिस्तरों या तरल ऑक्सीजन के परिवहन के लिए क्रायोजेनिक टैंकरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात हो, सरकार ने पूरी स्थिति को बेहद गंभीरता से लिया है.
सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त हो चुके चिकित्सकों को स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए मोर्चे पर लगाया गया है. रक्षा मंत्रालय ने 8 मई को कहा था कि 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के क्लीनिकल परीक्षण में पता चला है कि इससे अस्पताल में भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन पर निर्भरता को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही इस दवा से मरीज जल्दी ठीक होते हैं.
इस दवा के उपयोग से सामान्य अवधि के मुकाबले मरीज दो से ढाई दिन पहले ठीक हो रहे हैं. कोविड रोगियों की ऑक्सीजन पर निर्भरता 40 प्रतिशत कम होगी. पाउडर के रूप में उपलब्ध होने से लोगों का असानी भी होगी। वह इसे पानी में घोलकर आसानी से पी सकेंगे.