भगवान श्री राम 14 वर्ष का वनवास काटकर जब अयोध्या लौटे तब लोगों ने उनके स्वागत में घी के दीये जलाए थे. अयोध्या में उत्सव मनाया गया. इसके बाद हर साल दीपावली का त्योहार मनाया जाने लगा. इस साल भी 31 अक्टूबर को देश भर में दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा.
दीपावली के दिन मिट्टी के बने हुए दीये घर में चारों तरफ जलाएं. अंधकार किसी भी कोने में नहीं होना चाहिए. रोशनी होने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. जब पूजा करने के लिए बैठें तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों के सामने दीप जलाएं.
- मां लक्ष्मी के साथ विघ्नहर्ता गणेश भगवान की पूजा की जाती है. इस दौरान गणेश भगवान का मंत्र "ऊं गण गणपतये नमः" का जाप करने से गणेश भगवान अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सारी मनोकामना पूर्ण करते हैं.
- दीपावली से एक दिन पहले घर की पूरी सफाई कर लें. इस दिन जिस घर में साफ-सफाई ज्यादा होती है उस घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और जिस घर में मां लक्ष्मी जाती हैं वहां पर भगवान गणेश भी जाते हैं.
- दीपावली का दिन बेहद खास होता है. कहा जाता है कि इस दिन दान पुण्य करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और इसका फल पूरे परिवार को मिलता है.
दीपावली के दिन खासतौर पर मां लक्ष्मी के पूजन का विधान है. इस दिन लक्ष्मी का पूजन करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है. मां की पूजा करने के लिए एक चौकी लें, इस पर मां लक्ष्मी की तस्वीर मूर्ति जो भी उपलब्ध हो उसे श्रद्धापूर्वक रखें. उस पर लाल रंग का कपड़ा रखें. इस दौरान ध्यान रखें कि जो लोग पूजा में बैठने वाले हैं वे काले कपड़े धारण न करें. पूजा के दौरान लाल और पीले रंग के कपड़े पहन सकते हैं. पूजा खत्म होने के बाद वस्त्र बदल सकते हैं. फल मिठाई से मां को भोग लगाएं. इसके बाद परिवार के सदस्यों में प्रसाद बांटे.