"इस मंच का दुरुपयोग करता रहा है पाकिस्‍तान, अपनी गिरेबान में झांके": भारत का पाक को UN में करारा जवाब

भारत ने यूएन में कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय तौर पर घोषित आतंकवादियों और संगठनों की सबसे बड़ी शरणस्थली रहा है, ये किसी से भी छिपा नहीं है. हमारी मांग है कि मुंबई हमलों के गुनहगारों पर पाकिस्‍तान ठोस कार्रवाई करे.

Advertisement
Read Time: 24 mins
"
नई दिल्‍ली:

भारत ने एक बार फिर पाकिस्‍तान (Pakistan) को उसकी हरकतों के लिए अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर खरी-खरी सुनाई है. संयुक्‍त राष्‍ट्र (UN) में भारत ने पाकिस्‍तान को अपनी गिरेबान में झांकने और अपना अंदरूनी हालात पर ध्‍यान देने की हिदायत दी है. शुक्रवार को पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकड़ ने इस मंच से कश्मीर का राग अलापा था. उन्‍होंने कहा था कि शांति स्थापना के लिए कश्मीर बेहद अहम है. इस पर भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया. यूएन में भारत के परमानेंट मिशन में प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने भारत की तरफ़ से जवाब के अधिकार (Right to Reply) का इस्तेमाल करते हुए कहा कि पाकिस्तान इस मंच के दुरुपयोग की आदत का शिकार है. 

भारत के ख़िलाफ़ आधारहीन प्रोपेगैंडा फैलाता है पाक

भारत ने यूएन में कहा, "पाकिस्‍तान लगातार भारत के ख़िलाफ़ आधारहीन/दुर्भावनापूर्ण प्रोपेगैंडा फैलाता है. यूएन के सदस्य देश और संगठन ये जानते हैं कि पाकिस्तान ऐसा इसलिए करता है, ताकि वह मानवाधिकार के अपने घटिया रिकार्ड से अंतरराष्ट्रीय जगत का ध्यान भटका सके. जम्मू , कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग है. इनसे जुड़े मामले भारत का अंदरूनी मामला है. पाकिस्तान को भारत के अंदरूनी मामलों पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. 

Advertisement

अपनी गिरेबान में झांके पाकिस्तान

पाकिस्‍तान में मानवाधिकार की स्थिति को लेकर भारत ने कहा, "मानवाधिकार के मामले में पाकिस्तान दुनिया के सबसे ख़राब देशों में एक है. ये बात किसी से छिपी नहीं है. ये स्थिति अल्पसंख्यकों और महिलाओं के अधिकार के मामले में और भी ख़राब है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर अंगुली उठाने की बजाय पाकिस्तान पहले अपना घर ठीक करे.  

Advertisement

मानवाधिकार पर पाकिस्तान की अपनी रिपोर्ट खोलती है पोल

भारत ने यूएन में कहा, "अगस्त में पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद ज़िले के जलानवाला में ईसाइयों के 19 चर्चों और 89 घरों को जलाने की वारदात बड़ा उदाहरण अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का है. अहमदिया के धार्मिक जगहों को भी तोड़ा गया. हिंदू, सिख और ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर भारी अत्याचार पाकिस्‍तान में हो रहा है. मानवाधिकार पर पाकिस्तान की अपनी रिपोर्ट में अल्पसंख्यक समुदाय की 1000 महिलाओं के अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और जबरन शादी करने का ज़िक्र है." 

Advertisement

दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को करने होंगे ये 3 काम

पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय तौर पर घोषित आतंकवादियों और संगठनों की सबसे बड़ी शरणस्थली रहा है, ये किसी से भी छिपा नहीं है. हमारी मांग है कि मुंबई हमलों के गुनहगारों पर पाकिस्‍तान ठोस कार्रवाई करे. इस हमले के पीडि़तों को 15 साल से न्याय का इंतज़ार है. दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को तीन काम करने होंगे. तुरंत सीमापार आतंकवाद बंद करे, आतंकी ढ़ांचे को ख़त्म करे. दूसरा, जिन भारतीय क्षेत्रों पर उसका अवैध कब्ज़ा है उसे तुरंत खाली करे. और तीसरा पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बंद करे. 

Advertisement

ये भी पढ़ें :- 

Featured Video Of The Day
Mumbai Fire News: Chembur के एक घर में लगी आग, परिवार के 5 लोगों की मौत