छठ और दिवाली का त्योहार प्रवासी परिवार संग मनाना चाहते हैं. लेकिन बिहार और यूपी के लिए ट्रेनों में कंफर्म टिकट मिलना काफी मुश्किल हो गया है. ट्रेनों में अभी से सीटें फुल हो गयी हैं. त्योहार के दिनों में यात्रा के लिए लंबी वेटिंग आ रही है. एलटीटी, गोरखपुर पनवेल के साथ ही पटना की जाने वाली और मुंबई से आने वाली ट्रेनें फुल चल रही हैं. दिल्ली से उत्तर बिहार जाने वाली ट्रेनों में भी जगह नहीं है.
28 अक्टूबर को धनतेरस, 31 अक्टूबर को दीपावली और तीन नवंबर को भाईदूज है. वहीं, पांच नवंबर से तीन दिनों तक छठ पर्व है. दीपावली दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले घर वापसी करते हैं. लोक आस्था का महापर्व छठ पर गुजरात, मुंबई व दिल्ली में काम करने वाले बिहार और यूपी का रुख करते हैं.
कानपुर से भी बड़ी संख्या में लोग गोरखपुर, पटना, बिहार तक जाते हैं. भारत में यात्रा का सबसे बड़ा साधन ट्रेनें है. लेकिन सीटें फुल होने के कारण यात्रियों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
इन ट्रेनों में भी जगह नहीं
- कानपुर से बिहार की ओर जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस
- नई दिल्ली डिब्रूगढ़ राजवानी
- नई दिल्ली से राजेन्द्र नगर टर्मिनल
- आनंद विहार टर्मिनल से मुजफ्फरनगर स्पेशल
- संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, फरक्का एक्स्प्रेस
- राजकोट बरौनी जंक्शन, पूर्वा एक्सप्रेस
मुंबई से कानपुर आने वाली अवध एक्सप्रेस, एलटीटी सीतापुर एक्सप्रेस, एलटीटी लखनऊ में भी लंबी वेटिंग है. दिल्ली और मुंबई से पटना, समस्तीपुर, कटिहार, जोगबनी समेत बिहार के कई शहरों की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में तीन, चार एवं पांच नवंबर का कंफर्म टिकट उपलब्ध नहीं है.
रेलवे की तरफ से त्योहार के दौरान स्पेशल ट्रेनें चलाई जाती है. लेकिन आबादी के हिसाब से यह काफी नहीं है. यात्रियों को अभी से कंफर्म टिकट नहीं मिल रहा है, तो इसी से टिकट की स्थित का अंदाजा लगाया जा सकता है.