- दक्षिण 24 परगना में मंदिर से मां काली की मूर्ति खंडित मिलने के बाद ग्रामीणों में गुस्सा फैल गया है
- स्थानीय लोग धार्मिक आस्था का मामला बताते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं
- तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी पर इस घटना को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्रवाई को उचित बताया है
पश्चिम बंगाल में मां काली की मूर्ति को पुलिस वैन में रखकर लेकर जाने का मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है. घटना दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप इलाके की है. यहां एक गांव के मंदिर में मां काली की मूर्ति खंडित मिलने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ गया. ग्रामीणों ने इसे धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला बताते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. तृणमूल ने बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने इसे समझा दिया है. कुछ लोग इस पर विकृत राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है.
इस घटना को लेकर भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट किया. इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि ममता बनर्जी की पुलिस मां काली को जेल वैन में ले गयी! शर्म करो, शर्म करो, इस अपमान को छिपाने के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने प्रशासन पर घटना को दबाने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया और कहा कि पुलिस ने शुरू में ग्रामीणों को डराया और मंदिर के द्वार बंद कर दिए, लेकिन स्थानीय लोगों के कड़े विरोध के बाद उन्हें फिर से खोलना पड़ा.
शुभेंदु अधिकारी ने ममता सरकार पर साधा निशाना
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने सीएम ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि यह बंगाल की संस्कृति पर हमला है. और प्रशासन हिंदुओं की आस्था के खिलाफ काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि काकद्वीप के लोगों ने पुलिस के अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर विरोध किया है.