Advertisement

लद्दाख में पैंगोंग लेक के दोनों ओर सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हुई : सूत्र

Pangong Lake Standoff: सूत्रों के अनुसार, भारत और चीन अब देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा से सेनाओं के पीछे हटने को लेकर सीनियर कमांडर स्तर की शनिवार को होने वाली 10वें दौर की वार्ता में चर्चा करेंगे.

Advertisement
Read Time: 15 mins
India-China Border Tension: 14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित पैंगोंग त्सो झील के पास करीब सालभर तक तनावपूर्ण स्थिति के बाद अब दोनों तरफ की सेना पीछे हटी है.

लद्दाख में पैंगोंग लेक के दोनों छोरों से भारत और चीन की सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है. सूत्रों के अनुसार, भारत और चीन अब देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा से सेनाओं के पीछे हटने को लेकर सीनियर कमांडर स्तर की शनिवार को होने वाली 10वें दौर की वार्ता में चर्चा करेंगे. पैंगोंग झील के दक्षिण में चुशूल के नजदीक मोल्डो में ये बैठक सुबह 10 बजे के करीब शुरू होगी.

Advertisement

सेना के सूत्रों ने बताया कि चीन की सेना फिंगर 8 के पीछे चली गई है और भारत की सेना अपनी पुरानी वाली जगह यानी फिंगर 3 के पास आ चुकी है. दस दिन पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया था कि भारत और चीन उच्च हिमालय के टकराव वाले क्षेत्र से सैनिकों को पीछे हटाने पर राजी हुए हैं. उस समय एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें भारत औऱ चीनी सेना के टैंक लद्दाख में मौजूदा स्थिति से पीछे हटते दिखाई दे रहे थे. करीब 10 दिनों बाद अब यह प्रक्रिया पूरी हो सकी है.

लद्दाख से भारतीय और चीनी टैंकों ने पीछे हटना शुरू किया : देखें पहला Video

14 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित पैंगोंग त्सो झील के पास करीब सालभर तक तनावपूर्ण स्थिति के बाद अब दोनों तरफ की सेना पीछे हटी है. इस स्थिति की बहाली के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ता और कूटनीतिक स्तर पर संवाद हुए हैं.

Advertisement

चीन ने कबूला, गलवान में भारतीय सेना के साथ झड़प में 5 सैनिकों की मौत हुई

दोनों देशों के बीच सीमा पर गतिरोध अप्रैल 2020 में शुरू हुआ था, जब चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा के काफी अंदर तक घुस आए थे. चीन ने पहले कहा था कि उसके सैनिक उसके अपने इलाके में हैं और उसने भारतीय सैनिकों पर भड़काऊ कार्रवाई का आरोप लगाया था. 15 जून को भारत और चीनी पक्ष के बीच गलवान घाटी में हिंसक टकराव हुआ था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे. दोनों देशों के बीच 45 सालों में पहला खूनी टकराव था. इस खूनी जंग में कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे.चीन ने अब उस घटना में अपने पांच सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Lok Sabha Polls 7th Phase Voting: मतदान के बाद जेपी नड्डा की NDTV से खास बातचीत

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: