Mainpuri Seat Result live: मैनपुरी में डिंपल यादव ने योगी के मंत्री पर बनाई बढ़त, यहां जाने ताजा रुझान

मैनपुरी लोकसभा सीट दो जिलों में फैली हुई है. इसमें पांच विधानसभाएं आती हैं. मैनपुरी, भोगांव, किशनी और करहल मैनपुरी जिले की विधानसभा सीटें हैं.वहीं जसवंतनगर इटावा जिले की विधानसभा सीट है. इनमें से मैनपुरी और भोगांव में बीजेपी और बाकी की तीन सीटों पर सपा का कब्जा है.

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नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी में अभी आगे चल रही हैं. अभी डाक मतपत्रों की गिनती हो रही है. मैनपुरी सपा की परंपरागत सीट है. वहां डिंपल का मुकाबला योगी सरकार के मंत्री  जयवीर सिंह से है.

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी को 'यादव लैंड' का एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है. यादव मतदाताओं की अधिकता की वजह से इसका नाम यादवलैंड में शामिल किया गया है. इसे मैनपुरी लोकसभा सीट के परिणाम में देखा जा सकता है. मैनपुरी लोकसभा सीट से 1996 से 2022 तक हुए चुनावों में कोई भी हरा नहीं पाया है, चाहें किसी की भी आंधी-तूफान चला हो. साल 1996 में इस सीट से मुलायम सिंह यादव जीते थे. उसके बाद से इस सीट पर मुलायम सिंह यादव के परिवार का ही कब्जा है. उनके निधन के बाद 2022 में इस सीट पर कराए गए उपचुनाव में भी उनकी बहू डिंपल यादव इस सीट से जीती थीं. इस बार के चुनाव में सपा ने एक बार फिर डिंपल को ही उम्मीदवार बनाया है.उन्हें चुनौती देने के लिए बीजेपी ने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जयवीर सिंह को मैदान में उतारा है.

मैनपुरी सीट का भूगोल

मैनपुरी लोकसभा सीट दो जिलों में फैली हुई है. इसमें पांच विधानसभाएं आती हैं. मैनपुरी, भोगांव, किशनी और करहल मैनपुरी जिले की विधानसभा सीटें हैं.वहीं जसवंतनगर इटावा जिले की विधानसभा सीट है. इनमें से मैनपुरी और भोगांव में बीजेपी और बाकी की तीन सीटों पर सपा का कब्जा है. मैनपुरी में तीसरे चरण में सात मई को कराए गए मतदान में 58.73 फीसदी लोगों ने मतदान किया. अगर विधानसभा वार मतदान की बात करें तो मैनपुरी  में 56.25, भोगांव में 57.42, किसनी में 60.93 और करहल में 59.57 और जसवंतनगर में 59.14 फीसदी मतदान हुआ है. 

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मैनपुरी में एक बार फिर डिंपल यादव के आने से सपा के लिए यहां की लड़ाई आसान हो गई है.उनका मुकाबला उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री और मैनपुरी सदर सीट से विधायक जयवीर सिंह से है. जबकि बसपा के टिकट पर शिव प्रसाद यादव मैदान में हैं. हालांकि यह उत्तर प्रदेश की एकमात्र ऐसी सीट है जिस पर पिछले करीब तीन दशक से कोई लहर नहीं चली है. इस वजह से सपा हमेशा यहां से जीतती रही है. मैनपुरी उन पांच सीटों में शामिल है, जिसे सपा ने 2019 के चुनाव में जीता था. यहां से पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव जीते थे. उनके निधन के बाद 2022 में कराए गए उपचुनाव में उनकी बहू डिंपल यादव ने जीत दर्ज की थी. 

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