- रेलवे में डिजिटल इंडिया मुहिम के तहत टिकट बुकिंग का तरीका पिछले एक दशक में पूरी तरह बदल गया है.
- वर्तमान में सिर्फ 11% यात्री रेलवे काउंटर से टिकट खरीदते हैं, बाकी सभी ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करते हैं.
- 2014-2015 में ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्रियों की संख्या 55 प्रतिशत थी, जो अब लगभग 89% हो गई है.
डिजिटल इंडिया मुहिम का असर अब भारतीय रेलवे पर भी देखने को मिल रहा है. आंकड़े इस बात की गवाही भी दे रहे हैं कि रेलवे टिकटिंग की तस्वीर पिछले एक दशक में डिजिटल इंडिया के जरिए तेजी से बदली है. इसका असर ये हुआ है कि अब सिर्फ 11 प्रतिशन यात्री ही काउंटर से टिकट खरीद रहे हैं. बाकी सभी ऑनलाइन माध्यमों मोबाइल, ऐप या वेबसाइट से टिकट बुक कर रहे हैं. यानि रेलवे टिकटिंग पूरी तरह डिजिटल होने के करीब पहुंच गई है.
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10 में से 9 लोग ले रहे ऑनलाइन टिकट
IRCTC के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 11 सालों में ऑनलाइन टिकट बुक करने वालों की तादाद काफी तेजी से बड़ी है. 2014-2015 में जहां सिर्फ 54 प्रतिशत लोग ऑनलाइन टिकट बुक करते थे, वहीं आज ये आंकड़ा 89% के करीब पहुंच चुका है. आंकड़े बताते हैं कि एक दशक में कुछ इस तरह से ऑनलाइन टिकट बुक करने वालों की संख्या बढ़ी है.
- 2014-15: 54%
- 2015-16: 57%
- 2016-17: 60%
- 2018-19: 70%
- 2020-21: 80%
- 2023-24: 83%
- 2024-25: 86%
- 2025-26: 89%
यानी पिछले 11 सालों में ऑनलाइन टिकट बुक करने वालों की तादाद करीब 35 प्रतिशत बढ़ गई. आंकड़े बताते हैं कि अब हालत यह है कि हर 10 में से 9 लोग टिकट ऑनलाइन बुक कर रहे हैं.
क्यों और कैसे बदले हालात?
दरअसल आज रेलवे टिकट लेना वैसा मुश्किल काम नहीं रहा, जैसा पहले कभी हुआ करता था. अब टिकट कराने के लिए लोगों को लंबी लाइन में लगकर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ता है और ना हीं काउंटर बंद होने का डर होता है. क्यों कि आईआरसीटीसी की वेबसाइट सिर्फ रात 11:30 से 12:30 बजे तक बंद रहती है. इसके अलावा टिकट 24x7 बुक किए जा सकते हैं. रेलवे टिकट ऑनलाइन उपलब्ध होने से अब बिना कैश रखे और छुट्टे पैसे की टेंशन के बिना सिर्फ मोबाइल पर कुछ क्लिक करके टिकट बुक किया जा सकता है.
समय की बचत, भीड़ से मिली निजात
आईआरसीटीसी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे भी डिजिटल इंडिया की मुहिम की वजह से हाई-टेक बन चुका है. फास्ट वेबसाइट, सरल मोबाइल ऐप, मजबूत सर्वर, हर तरह के डिजिटल पेमेंट विकल्प और गांव से शहर तक आसान टिकटिंग प्रक्रिया ने लोगों को बहुत सुविधा दी है. ई-टिकटिंग से न सिर्फ यात्रियों को राहत दी, बल्कि स्टेशनों पर भीड़ भी कम किया है.
डिजिटल इंडिया का उभरता उदहारण
रेलवे आज सिर्फ एक परिवहन सेवा नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया की सफलता का एक मजबूत प्रतीक बन चुका है. तकनीक और यात्रा का यह मेल भारत की बदली हुई तस्वीर दिखाता है कि दुनिया में एक ऐसा देश है जो तेज है, आधुनिक है और यात्रियों को पहले से कहीं ज्यादा सुविधा देता है.













