- उत्तराखंड में भूस्खलन और खराब मौसम के कारण धराली पहुंचने के लिए हवाई रास्ते का सहारा लिया गया है.
- सेना और एनडीआरएफ के जवानों तथा जरूरी उपकरणों को जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से हेलीपैड तक एयरलिफ्ट किया गया है.
- नेशनल हाईवे पर पहाड़ टूटने से रास्ते बंद होने के कारण राहत कार्य और बचाव अभियान प्रभावित हो रहे हैं.
धराली जाने वाले रास्ते पर भूस्खलन और खराब मौसम के बीच हवाई रास्ते से जवानों को पहुंचाने का फैसला किया गया है. उत्तराखंड सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के दो हेलीकॉप्टरों ने गुरुवार को सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए उड़ान भरी. जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से सेना और एनडीआरएफ के जवानों और जरूरी उपकरणों को एयरलिफ्ट किया गया है. उम्मीद है कि इससे धराली में बचाव कार्य तेज होगा और लापता लोगों को खोजने के अभियान में मदद मिलेगी. दरअसल, नेशनल हाईवे पर भटवारी और गंगनानी के पास भरभराकर पहाड़ टूटने से रास्ते जाम हैं. ऐसे में एनडीआरएफ और सेना के जवान धराली तक नहीं पहुंच पा रहे थे.
धराली में हुई बिजली की आपूर्ति
गंगवानी और आसपास के इलाकों में फिलहाल बिजली की आपूर्ति हो गई है लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरी तरह से शुरू करने में अभी दिक्कत आ रही है. बिजली के पहुंचने की वजह से वेल्डिंग काम, मशीन का संचालन और अन्य तकनीकी सुविधाएं शुरू करने की तैयारी की जा रही है.