बीड सरपंच हत्याकांड मामले में महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे ने फडणवीस कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. सीएम फडणवीस ने उनका इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया है. इस बारे में खुद सीएम फडणवीस ने जानकारी दी. सीएम फडणवीस ने कहा कि धनंजय मुंडे ने जो इस्तीफा मुझे सौंपा है, उसें मैंने स्वीकार कर लिया है. अब मैंने ये इस्तीफा राज्यपाल के पास भेज दिया है. कहा ये भी जा रहा है कि महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड को सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में आरोपी बनाए जाने की पृष्ठभूमि में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मुंडे को मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिये कहा था.
क्या है पूरा मामला
पिछले साल नौ दिसंबर को बीड के मासाजोग गांव के सरपंच देशमुख की हत्या ने राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था. धनंजय मुंडे के करीबी का नाम मामले में आने के बाद से ही विपक्ष राज्य सरकार को घेर रहा है. पिछले महीने महाराष्ट्र अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 1,200 से अधिक पृष्ठों का आरोपपत्र दाखिल किया था.
बीड में एक ऊर्जा कंपनी से की जा रही कथित जबरन वसूली को रोकने की कोशिश करने के चलते देशमुख को अगवा कर प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई. इस अपराध के लिए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी कृष्णा अंधाले अभी फरार है. महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम को विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया है.
अजित पवार और फडणवीस की मुलाकात
सूत्रों ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी थी. सूत्रों ने बताया कि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार रात को फडणवीस से मुलाकात की और देशमुख हत्या मामले में अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) द्वारा दायर आरोपपत्र तथा दो अन्य संबंधित मामलों के नतीजों पर चर्चा की, जिनमें कराड को आरोपी नंबर एक बनाया गया है. राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री मुंडे बीड जिले के परली से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक हैं. इससे पहले वह बीड के संरक्षक मंत्री थे.
कोर्ट में 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल
बीड के मासाजोग गांव के सरपंच देशमुख को पिछले साल नौ दिसंबर को कथित तौर पर जिले में एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली के प्रयास को रोकने की कोशिश करने पर अगवा कर लिया गया और प्रताड़ित किया गया था, इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई. राज्य अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने 27 फरवरी को देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड जिले की एक अदालत में 1,200 से अधिक पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया.
सरपंच की हत्या, अवाडा कंपनी से पैसे ऐंठने की कोशिश और कंपनी के सुरक्षा गार्ड पर हमला करने के तीन अलग-अलग मामले बीड के केज थाने में दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कठोर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया है. अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है.