Chandigarh News: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह (DGP OP Singh) ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत की है. इस इंटरव्यू के दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने न केवल 'थार और बुलेट' को अपराधी मानसिकता से जोड़ा, बल्कि VIP कल्चर पर कड़ा प्रहार करते हुए साफ कर दिया कि पुलिस अब किसी की निजी शान-ओ-शौकत का हिस्सा नहीं बनेगी. भ्रष्टाचार के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाते हुए उन्होंने सीधे बर्खास्तगी की चेतावनी दी है, जो दिखाता है कि हरियाणा पुलिस अब एक नए और सख्त कलेवर में नजर आने वाली है. उनका यह इंटरव्यू सिर्फ एक संवाद नहीं, बल्कि अपराधियों के लिए एक खुली चेतावनी है. पढ़ें पूरा इंटरव्यू...
सवाल-1. आपने कहा कि थार और बुलेट पर अपराधी मानसिकता के लोग चलते हैं, ऐसा क्यों?
जवाब: बिल्कुल, मेरा अनुभव यही कहता है. ये बड़ी गाड़ी वाले अक्सर सड़क को अपनी निजी जागीर समझने की भूल करते हैं. अगर आप अपराध के मौजूदा ट्रेंड को देखें, तो कुछ खास गाड़ियां ऐसी हैं जिनका इस्तेमाल अपराधी अपनी धौंस जमाने के लिए करते हैं. मैंने उसी संदर्भ में यह बात कही थी और मैं आज भी अपने इस बयान पर पूरी तरह कायम हूं.
सवाल-2. आपने कई VIP की सुरक्षा हटा दी और कहा कि पुलिस 'दिखावे' के लिए नहीं है?
जवाब: पुलिस सुरक्षा केवल वहीं दी जानी चाहिए जहां वास्तव में जान का खतरा हो. हर कोई पुलिस लेकर घूमे, यह जरूरी नहीं है. पुलिस सुरक्षा कोई शादी या मैयत में दिखाने की चीज नहीं है. जिन जवानों को VIP ड्यूटी से हटाया गया है, वे अब धरातल पर आम जनता की सुरक्षा में तैनात होंगे.
सवाल-3. पैसे लेने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ आपने बिना जांच के कार्रवाई की बात कही है?
जवाब: अगर कोई पुलिसकर्मी रंगे हाथों पैसे लेते पकड़ा जाता है और हमारे पास सीधे सबूत मौजूद हैं, तो फिर किसी लंबी विभागीय जांच का क्या औचित्य? ऐसे मामलों में सीधी कार्रवाई होगी और उन्हें नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा.
सवाल-4. आप अपने वर्कआउट वीडियो डालकर 'हार्डवेयर चेक' करने की बात कहते हैं, इसका क्या संदेश है?
जवाब: इसके दो मुख्य कारण हैं. पहला, हमारे पुलिसकर्मी फिट रहें और शरीर पर फालतू फैट न रखें. दूसरा, जब राज्य का डीजीपी खुद को फिट रखने के लिए मेहनत करता है, तो प्रदेश का युवा उसे देखकर मोटिवेट होता है.
सवाल-5. जो गायक अपराध और अपराधियों का महिमामंडन करते हैं, उन पर आपकी क्या राय है?
जवाब: गाने के लिए दुनिया में हजारों अच्छे विषय हैं. फिर अपराध या अपराधियों को हीरो बनाकर क्यों पेश करना? ऐसे गानों से समाज पर बुरा असर पड़ता है और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
सवाल-6. शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के लिए आपने सख्त शब्दों का इस्तेमाल किया?
जवाब: पुलिस का काम ही व्यवस्था बनाए रखना है. जो शराब पीकर सड़क पर बदमाशी करेगा या दूसरों की जान खतरे में डालेगा, उस पर लठ और जूता ही चलेगा. पुलिस के पास यही प्रभावी इलाज है.
सवाल-7. जैश मॉड्यूल पकड़े जाने के बाद भी दिल्ली में ब्लास्ट हुआ, क्या कॉर्डिनेशन में कमी थी?जवाब: यह कहना गलत है कि तालमेल की कमी थी. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर पुलिस को जैसे-जैसे इनपुट मिल रहे थे, हम रियल टाइम में कार्रवाई कर रहे थे. जिसकी भी लोकेशन मिली, उसे तुरंत दबोचा गया.
जवाब: गुरुग्राम की आबादी और गाड़ियों का दबाव बहुत ज्यादा है. हमने तय किया है कि पुलिस अब कहीं भी फालतू बैरिकेड नहीं लगाएगी ताकि जनता को परेशानी न हो. चेकिंग केवल इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर ही होगी.
सवाल-जवाब: नूंह या मेवात का पूरा इलाका खराब नहीं है. वहां के अधिकांश लोग अच्छे हैं. लेकिन जो मुट्ठी भर लोग गलत गतिविधियों में लिप्त हैं, उन पर हमारी सीआईडी (CID) और पुलिस की पैनी नजर है.
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