55 यात्रियों को एयरपोर्ट के टरमेक पर ही छोड़कर उड़ान भरने के मामले में DGCA ने Go First Airways को नोटिस जारी किया है. नियामक ने एयरलाइन से पूरे मामले पर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. डीजीसीए की तरफ से कहा गया है कि उसके तरफ से मामले को देखा जा रहा है. बताते चलें कि कई यात्रियों के द्वारा ट्विटर पर इस मामले की शिकायत की गयी थी. गो फर्स्ट एयरलाइन, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय को टैग करते हुए ट्विटर पर की गई शिकायतों के अनुसार, बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट G8 116 ने सुबह करीब 6.30 बजे उड़ान भरी, जिसने 55 से अधिक यात्री को छोड़ दिया.
इधर, गो फर्स्ट एयरवेज ने तीन ट्वीट्स का जवाब देते हुए, उपयोगकर्ताओं से अपने ट्रैवेल डिटेल साझा करने का आग्रह किया और कहा: "हमें हुई असुविधा के लिए खेद है." घटना के बाद यात्रियों को एक उड़ान में समायोजित किया गया था जो चार घंटे बाद सुबह 10 बजे के आसपास गंतव्य के लिए रवाना हुई थी. डीजीसीए के एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि हमने एयरलाइन से एक रिपोर्ट मांगी है और उचित कार्रवाई की जाएगी.
फ्लाइट छूटने के बाद यात्रियों ने सोशल मीडिया में जमकर अपना गुस्सा निकाला था. एक यात्री श्रेया सिन्हा ने ट्वीट कर कहा कि ये सबसे भयानक अनुभव है. उन्होंने कहा कि यात्री सुबह 5.35 बजे विमान के लिए बस में सवार हुए लेकिन एक घंटे तक उसमें ही रहे.
श्रेया सिंह ने ट्वीट कर कहा, " गो फर्स्ट एयरवेज के साथ सबसे भयानक अनुभव रहा. सुबह 5:35 बजे विमान के लिए बस में चढ़े. 6:30 बज रहे हैं, अभी भी 50 से अधिक यात्री बस में ही हैं. विमान G8 116 ने 50+ यात्रियों को छोड़कर उड़ान भरी. लापरवाही की हद है."
सतीश कुमार, जिनके ट्विटर बायो में "युवा भाजपा" लिखा है, ने टिकट का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया. उन्होंने कहा, " उड़ान G8 116 (BLR - DEL) ने यात्रियों को टरमेक पर छोड़ कर उड़ान भरी. 1 बस में 50 से अधिक यात्रियों को टरमैक पर छोड़ दिया गया और केवल 1 बस के यात्रियों के साथ उड़ान भरी. @GoFirstairways है. @JM_Scindia @PMOIndia नींद में काम कर रहे हैं? कोई बुनियादी जांच नहीं."
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