गो फर्स्ट (Go First) ने तीन, चार और पांच मई को अपनी सभी फ्लाइट्स को रद्द करने का फैसला किया है. साथ ही कस्टमर्स को होने वाली परेशानी को देखते हुए एयरलाइंस की ओर से माफी भी मांगी गई है. हालांकि गो फर्स्ट के इस फैसले के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation) ने एयरलाइंस को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. साथ ही इस मामले में एयरलाइंस से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है. गो फर्स्ट ने फंड को लेकर चल रही दिक्कतों के कारण फ्लाइट्स निलंबित करने का फैसला किया है.
गो फर्स्ट को भेजे गए नोटिस में डीजीसीए ने कहा कि इसे लेकर डीजीसीए को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई. एयरलाइंस को ऐसा करने से पहले नियामक को बताना होगा कि वे सभी निर्धारित उड़ानें रद्द करना चाहते हैं, अन्यथा यह नागरिक उड्डयन नियमों का उल्लंघन होगा. डीजीसीए ने नोटिस में कहा कि गो फर्स्ट लिखित में फ्लाइट्स को रद्द करने की रिपोर्ट देने और कारण बताने में असफल रहा है.
गो फर्स्ट ने अपने इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि हमें कंपनी के हितों की रक्षा के लिए लेना पड़ा है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन वजहों से फ्लाइट्स को रद्द किया गया है. कंपनी ने अपने फैसले से सरकार को भी अवगत करा दिया है और डीजीसीए को भी जानकारी दे दी गई है. गो फर्स्ट ने अपने इस निर्णय के लिए अपने कस्टमर्स से माफी भी मांगी है.
एयरलाइन ने बयान में आरोप लगाया कि सिंगापुर के एक मध्यस्थ ने पी एंड डब्ल्यू को 27 अप्रैल, 2023 तक कम से कम 10 सेवा योग्य स्पेयर लीज्ड इंजन और 10 और इंजन ( यानी हर महीने एक) इस साल दिसंबर तक आपूर्ति करने का ऑर्डर दिया था. हालांकि पी एंड डब्ल्यू ने ऑर्डर की डिलीवरी नहीं की.
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