"सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन..." : नवाब मलिक के अजित पवार खेमे के साथ बैठने पर फडणवीस ने लिखा खत

नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने के मामले में जेल जाना पड़ा था. फिलहाल नौ महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर बाहर हैं.

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मुंबई:

नवाब मलिक (Nawab Malik) को लेकर महाराष्ट्र में फडणवीस और अजित पवार (Ajit Pawar) के बीच तकरार देखने को मिल रही है. BJP नेता और उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजित पवार को खत लिखकर नवाब मलिक को सत्ता पक्ष में शामिल करने पर आपत्ति जताई है. फडणवीस ने लिखा है कि जिस तरह के गंभीर आरोप नवाब मलिक पर हैं, उन्हें देखते हुए मलिक को गठबंधन में शामिल करना ठीक नहीं है. साथ ही कहा है कि सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन देश सबसे ऊपर है.

जमानत पर जेल से बाहर हैं नवाब मलिक

जमानत पर जेल से छूटने के बाद नागपुर में हो रहे विधानसभा के सत्र में नवाब मलिक पहुंचे और सत्ताधारी पक्ष वाली बेंच पर वह बैठे हुए थे, जहां अजित पवार खेमे के विधायक बैठते हैं. नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड से जमीन खरीदने के मामले में जेल जाना पड़ा था. फिलहाल नौ महीने जेल में बिताने के बाद जमानत पर बाहर हैं. शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा में उनकी मौजूदगी चर्चा का बड़ा मुद्दा थी और इसके बाद फडणवीस ने अजित पवार को एक पत्र लिखा.

"गठबंधन का हिस्सा बनाना उचित नहीं है"

सूत्रों के मुताबिक, फडणवीस ने खत में लिखा है कि अगर उनके खिलाफ आरोप साबित नहीं होते हैं, तो हमें उनका स्वागत करना चाहिए. लेकिन हमारी स्पष्ट राय है कि जब उनके खिलाफ ऐसे गंभीर आरोप हैं तो उन्हें अपने गठबंधन का हिस्सा बनाना उचित नहीं है इससे पहले शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट के वरिष्ठ नेता अंबादास दानवे ने भाजपा और शिव सेना के शिंदे गुट पर हमला करते हुए सवाल उठाया कि महीनों तक भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद वे नवाब मलिक को कैसे शामिल होने दे सकते हैं.

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