कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उन्हें पीएचडी योग्यता होने और बड़े पद पर रहने के बाद भी इसलिए एक मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया क्योंकि वह दलित हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष परमेश्वर यहां आंबेडकर जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने पीएचडी की, डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की और विदेश यात्राएं की हैं, लेकिन मुझे मंदिर में नहीं घुसने दिया गया. मैं विधायक रहा हूं, मंत्री रहा हूं, राज्य में नंबर दो पर (उप मुख्यमंत्री) रहा हूं, लेकिन मुझे मंदिर में नहीं घुसने दिया गया. उन्होंने मुझे (बाहर ही) रोक लिया और मंगला-आरती वहीं लाई गयी.'
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मंगला-आरती को मेरे पास लाया गया, लेकिन मुझे भगवान के पास और मंगला-आरती लेने अंदर नहीं जाने दिया गया. वे आरती मेरे पास लाए ताकि मैं मंदिर में नहीं जा सकूं. आज भी इस समाज में इस तरह की व्यवस्था है. मैं क्या कह सकता हूं.'
परमेश्वर राज्य में एच डी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री थे. वह कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष भी रहे.