प्रियंका गांधी को PM बनाने की मांग पर रॉबर्ट वाड्रा ने तोड़ी चुप्पी, खुद के चुनाव लड़ने पर भी दिया बड़ा संकेत

प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की चौतरफा मांग के बीच रॉबर्ट वाड्रा ने चुप्पी तोड़ते हुए जनता की पुकार को सच बताया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
PM पद के लिए प्रियंका गांधी के नाम पर क्या बोले रॉबर्ट वाड्रा? (फाइल फोटो)
IANS

Delhi News: संसद के भीतर और बाहर प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) की बढ़ती सक्रियता के बीच अब उन्हें देश का अगला प्रधानमंत्री बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. कांग्रेस सांसद इमरान मसूद (Imran Masood) के प्रियंका को पीएम पद का चेहरा (PM Face) बताने के बाद, अब उनके पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने इस पर पहली बार खुलकर अपनी बात रखी है.

'हर तरफ से आ रही है मांग'

प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर रॉबर्ट वाड्रा ने बेहद सधे हुए अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह केवल एक नेता की आवाज नहीं है, बल्कि देश के कोने-कोने से यह मांग उठ रही है कि प्रियंका को अब आगे आना चाहिए. वाड्रा ने संकेत दिया कि जनता प्रियंका के काम करने के तरीके और उनकी सक्रियता से काफी प्रभावित है.

क्या रॉबर्ट वाड्रा भी लड़ेंगे चुनाव?

बातचीत के दौरान वाड्रा ने केवल पत्नी प्रियंका ही नहीं, बल्कि खुद के राजनीतिक करियर पर भी बड़ा बयान दिया. उन्होंने स्वीकार किया कि जनता का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि वे (रॉबर्ट वाड्रा) भी सक्रिय राजनीति में कदम रखें. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि फिलहाल उनका और उनके परिवार का पूरा ध्यान राजनीति से ज्यादा 'जनता के असली मुद्दों' पर है. 

वाड्रा ने कहा, 'मांगें अपनी जगह हैं, लेकिन अभी हमें बेरोजगारी, प्रदूषण और महिला सुरक्षा जैसे गंभीर संकटों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.'

बंटवारे की राजनीति पर तीखा प्रहार

बांग्लादेश के मुद्दे और हिंदू-मुस्लिम राजनीति पर हो रही बयानबाजी के बीच वाड्रा ने भाईचारे का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि अपनी धार्मिक यात्राओं के दौरान उन्होंने देखा है कि आम इंसान को नफरत में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने दो-टूक शब्दों में कहा कि देश में हिंदू-मुस्लिम बंटवारा बंद होना चाहिए क्योंकि सबकी मुश्किलें और प्रार्थनाएं एक जैसी हैं.

Advertisement
'दिल्ली में सांस लेना हुआ दूभर, चीन से लें मदद'

इस मौके पर वाड्रा ने राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अब समाधान खोजने का समय आ गया है. उन्होंने सुझाव दिया कि अगर हमारे पास तकनीक की कमी है, तो प्रदूषण से निपटने के लिए हमें चीन या अन्य देशों से अंतरराष्ट्रीय मदद लेने में संकोच नहीं करना चाहिए. वाड्रा ने बताया, 'प्रदूषण इस कदर बढ़ गया है कि मैं खुद बाहर नहीं निकल पा रहा हूं. जो लोग बाहर दौड़ने या साइकिल चलाने जा रहे हैं, उन्हें मेरी सलाह है कि वे रुकें, क्योंकि यह सेहत के लिए बेहद घातक है.'

ये भी पढ़ें:- 90 या 125? BMC चुनाव को लेकर बीजेपी से बढ़ी तनातनी, शिवसेना शिंदे के नेता ने दिया अल्‍टीमेटम

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Bangladesh Violence: हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ भारत में प्रदर्शन, 10 से ज्यादा शहरों में विरोध