भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन (Habibganj Railway Station) का नाम बदल दिया गया है. आज हबीबगंज स्टेशन पर नए बोर्ड लगने की कवायद भी शुरू हो गई. अब यह स्टेशन गोंड रानी कमलापति के नाम पर होगा. इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव को पत्र लिखा गया था. स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से ये सिफारिश भेजी गई थी. कमलापति की याद को बरकरार रखने के लिए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर कर दिया जाए. भोपाल पर 16 वीं शताब्दी में गोंड शासकों का शासन था. ऐसा माना जाता है कि गोंड राजा सूरज सिंह शाह के पुत्र निजामशाह से रानी कमलापति का विवाह हुआ था. रानी ने पूरे जीवनकाल में बड़े ही बहादुरी के साथ आक्रमणकारियों का सामना किया था. वहीं सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने स्टेशन का नाम पूर्व पीएम स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी पर करने की मांग की है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय सम्मेलन में शामिल होने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल आ रहे हैं. वह देश के पहले पीपीपी मॉडल पर बने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे, जिसका पुनर्निमाण जर्मनी के हीडलबर्ग रेलवे स्टेशन की तर्ज पर करने का दावा है.
हबीबगंज रेलवे स्टेशन में मध्यप्रदेश के पर्यटन एवं दर्शनीय स्थलों, जैसे भोजपुर मंदिर, सांची स्तूप, भीमबैठिका, के चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे. मुख्य द्वार के अंदर दोनों ओर की दीवारों पर भील, पिथोरा पेंटिंग्स भी होंगे. वेटिंग रूम और लाउंज एयर कॉनकोर्स जो 84 मीटर लंबा और 36 मीटर चौड़ा होगा. प्लेटफॉर्म पर 1750 यात्रियों के लिए स्टेनलेस स्टील की सीटिंग उपलब्ध कराई गई है.
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