Demand for Turkey Apple Import Ban: भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच तुर्किए के सेब इंपोर्ट पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप सिंह राठौर ने तुर्की द्वारा पाकिस्तान को मदद करने, सैन्य ड्रोन देने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने मांग की है कि तुर्किए के रवैए को देखते हुए सेब समेत दूसरी सभी वस्तुओं के (इम्पोर्ट) यानी आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए. सेब इम्पोर्ट से अपने सेब किसानों को 1 हजार करोड़ के करीब का नुक्सान हो रहा है. उन्होंने कहा कि तुर्किए जैसे सांप को दूध पिलाने से कुछ हासिल नहीं होगा.
2023 में भारत ने ऑपरेशन दोस्त चलाकर की थी मदद
शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि 2023 में जब तुर्किए में भूकंप आया था, तब भारत ने 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत सबसे पहले तुर्किए की मदद की. भारत ने NDRF टीमें तुर्किए भेजी. बावजूद इसके जब भारत पाकिस्तान के बीच विवाद बढ़ा युद्ध जैसे हालात बने तो तुर्किए ने खुले तौर पर पाकिस्तान की मदद की. ऐसे में तुर्किए के साथ के केंद्र सरकार को सेब आयात इम्पोर्ट सहित सभी व्यापारिक समझौते तोड़ देने चाहिए.
तुर्किए से व्यापारिक समझौते पर पुनर्विचार करने की मांग
राठौर ने कहा कि तुर्किए से हर साल भारत लगभग एक लाख 29 हज़ार 882 मिट्रिक टन सेब का आयात होता है. साथ ही अवैध रूप से अफगानिस्तान रास्ते से अलग सेब आता है. भारत तुर्की से हर साल 822 करोड़ ज्यादा का सेब आयात करता है. इसके अलावा अन्य फल अलग है. कुल मिलाकर 12 बिलियन डॉलर का कारोबार तुर्किए से भारत करता है. इतना ही नहीं भारत से 3.3 लाख पर्यटक सालाना तुर्किए जाते हैं. ऐसे में कुलदीप राठोर ने भारत सरकार से तुर्किए के रवैए को देखते हुए व्यापारिक समझौते पर पुनर्विचार करने की मांग की है.
तुर्किए से सेब आयात तुरंत रोकने की मांग
वहीं किसान व बागवान नेता ,हिमाचल फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान ने भी तुर्किए के भारत के खिलाफ व हमारे दुश्मन देश पाकिस्तान को सैन्य मदद करने को देखते हुए सेब आयात पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने और कहा है कि तुर्किए से सेब आयात होने पर हिमाचल प्रदेश के बागवानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. अब जब भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा तो तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया. ऐसे में तुर्की के सेब आयात पर केंद्र सरकार रोक लगाए.
गौरतलब हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद कई देशों के भारत के समर्थन के बीच तुर्की के भारत विरोधी रैवये पर सवाल उठने लाजमी हैं. इसी के चलते इस मुद्दे पर किसानों बागवानों के साथ-साथ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सवाल खड़े किए हैं और मामला केंद्र के पाले में छोड़ दिया है.