'एल्डरमैन' की नियुक्ति को लेकर दिल्ली में गरमाई राजनीति, AAP के आरोपों पर BJP ने किया पलटवार

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मनोनीत 10 पार्षद (एल्डरमैन) की नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा उपराज्यपाल पर किए गए हमलों के बाद बीजेपी ने पलटवार किया है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
नई दिल्ली:

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मनोनीत 10 पार्षद (एल्डरमैन) की नियुक्ति को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने सामने है. जहां एक तरफ आप ने नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया है वहीं बीजेपी की तरफ से पलटवार किया गया है. दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है की एल्डरमैन नियुक्ती पर बौखलाई आम आदमी पार्टी अब सेल्फ गोल कर गई है. बेहतर होता एल्डरमैन नियुक्त लोगों की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाने से पहले आम आदमी पार्टी नेता सौरभ भारद्वाज 2017-22 निगम सदन में नामांकित एल्डरमैनों की राजनीतिक पृष्ठभूमि याद कर लेते. 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की 2017 में संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार दिल्ली  सरकार के पास तत्कालीन तीनों नगर निगमों में दस दस एल्डरमैन नियुक्त करने का अधिकार था और तब आम आदमी पार्टी के 30 कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन नियुक्त किया गया था। उनमे से हर एक के आम आदमी पार्टी से जुड़ाव के सबूत उनके सोशल मीडिया आकउंट से तो मिल ही सकते हैं पर हम व्यक्तिगत रूप से भी कुछ के प्रमाण रख रहे हैं.

इससे पहले आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि LG को चाहिए कि वो पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा को पद से हटा दें. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन 10 एल्डरमैन की नियुक्ति LG साहब ने की है, उनका सीधा संबंध BJP से है.  LG द्वारा नॉमिनेट 10 एल्डरमैन को किसी भी तरह का स्पेशल नॉलेज नहीं है. बल्कि ये लोग अलग-अलग जिलों में BJP के पदाधिकारी हैं. 

सौरभ भारद्वाज ने आगे कहा कि मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों का चुनाव ज़ोर जबरदस्ती से करवाने की कोशिश हुईं. ये सब देखकर तो ये साफ हो रहा है कि BJP LG दफ़्तर का गलत इस्तेमाल करके चोर दरवाजे से MCD चलाना चाहती है. इसके बाद नैतिकता के पहाड़ पर चढ़कर LG साहब मुख्यमंत्री को पत्र लिखते हैं. ये बेहद निम्न स्तर की राजनीति है.

ये भी पढ़ें-

Featured Video Of The Day
RSS Chief Mohan Bhagwat और BJP के अलग-अलग बयानों की पीछे की Politics क्या है?
Topics mentioned in this article