दिल्ली में 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश ने रिकॉर्ड बना दिया है. मई के महीने में दिल्ली में यह अब तक की सबसे अधिक बारिश है. चक्रवाती तूफान ‘ताउते' के अवशेष और पश्चिमी विक्षोभ के सम्पर्क के कारण राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों का मौसम प्रभावित हुआ है. बुधवार की रात 8.30 बजे तक राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 60 मिमी. बारिश दर्ज की गई. जिसने मई में एक दिन में 24 मई 1976 को दर्ज किए गए 60 मिमी बारिश के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है. लगातार हो रही बारिश के कारण अधिकतम तापमान में भी भारी गिरावट आई है.
मई में तापमान में इतनी गिरावट कभी नहीं देखी गई
राष्ट्रीय राजधानी का अधिकतम तापमान आज 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 16 डिग्री कम था. इससे पहले मई महीने में दिल्ली में इतना कम तापमान 1951 दर्ज किया गया था. गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली का अधिकतम तापमान श्रीनगर (25.8 डिग्री सेल्सियस) और धर्मशाला (27.2 डिग्री सेल्सियस) की तुलना में कम था. ये दोनों ही प्रसिद्ध हिल-स्टेशन हैं, जहां पर्यटक आमतौर पर मई और जून के महीने में चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए घूमने जाते हैं.
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1951 के बाद सबसे कम अधिकतम तापमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, "आज, सफदरजंग में अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह 1951 के बाद से सबसे कम अधिकतम तापमान है." आईएमडी ने कहा कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश, चक्रवाती तूफान ताउते और पश्चिमी विक्षोभ के कारण है. मौसम कार्यालय ने गुरुवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है. आईएमडी ने कहा कि बृहस्पतिवार को बारिश के थोड़ा कम होने का अनुमान है.
आईएमडी ने दिल्ली में ‘ऑरेंज अलर्ट' किया जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को दिल्ली में ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी करते हुए, राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाकों में ‘‘भारी'' से ‘‘बेहद भारी'' बारिश का अनुमान लगाया है. विभाग ने एक परामर्श में निचले इलाकों में जलभराव, यातायात बाधित होने और कुछ छोटे पौधों के उखड़ने का पूर्वानुमान लगाया है. आईएमडी ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘ताउते' के अवशेष और पश्चिमी विक्षोभ के सम्पर्क के कारण ‘‘ कुछ इलाकों में भारी से बेहद भारी बारिश होने का अनुमान है.'' गौरतलब है कि 15 मिमी से कम बारिश को ‘हल्की', 15 मिमी से 64.5 मिमी के बीच को ‘मध्यम', 64.5 मिमी से 115.5 मिमी के बीच ‘भारी', 115.5 मिमी से 204.4 मिमी के भी ‘बेहद भारी' श्रेणी में माना जाता है. 204.4 मिमी से अधिक बारिश को ‘बेहद भारी बारिश' श्रेणी में माना जाता है.
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सुधर गई दिल्ली की 'हवा'
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 84 रहा और दिल्ली की हवा की गुणवत्ता ‘‘संतोषजनक'' श्रेणी में दर्ज की गयी. एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'' और 401 और 500 के बीच ''गंभीर'' माना जाता है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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