दिल्ली विश्वविद्यालय में 2023-24 के लिए स्नातक कार्यक्रमों के लिए दाखिले शुरू, जानें प्रक्रिया

छात्र विश्वविद्यालय के 68 कॉलेज में 78 स्नातक प्रोग्राम के अलावा, 198 बीए प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में कुल 71,000 सीट हैं.

विज्ञापन
Read Time: 25 mins
इस वर्ष तीन नए बी.टेक पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए
नई दिल्‍ली:

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने ‘कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम'(सीएसएएस) की शुरुआत के साथ बुधवार को शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए 78 स्नातक कार्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी. दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने बताया कि नये शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू होने की उम्मीद है. इससे शैक्षणिक कैलेंडर वापस पटरी पर आने की संभावना है, जो पिछले तीन वर्षों से कोविड महामारी के कारण बाधित हुआ था. सिंह ने पंजीकरण के लिए सीएसएएस पोर्टल की शुरुआत की.

सीएसएएस-यूजी की शुरुआत 
पिछले साल की तरह इस साल भी केंद्रीय विश्वविद्यालय-संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के स्कोर के आधार पर दाखिले किए जाएंगे. विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा, "विश्वविद्यालय ने अब अपना ‘कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम' (सीएसएएस (यूजी) -2023) की शुरुआत की है, जो दाखिले के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराता है." कुलपति योगेश सिंह ने बताया, "प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. हम आज सीएसएएस-यूजी की शुरुआत कर रहे हैं. इन सभी कार्यक्रमों और कॉलेजों में प्रवेश इस साल की सीयूईटी से प्राप्त स्कोर के आधार पर होगा."

दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में कुल 71,000 सीट
पंजीकरण शुल्क अनारक्षित तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों के लिए 250 रुपये और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) तथा दिव्यांगजन (पीडब्ल्यूडी) छात्रों के लिए 100 रुपये है. कुलपति ने कहा कि छात्र विश्वविद्यालय के 68 कॉलेज में 78 स्नातक प्रोग्राम के अलावा, 198 बीए प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेज में कुल 71,000 सीट हैं.

Advertisement

जेईई-मेन्स 2023 के अंकों के आधार पर प्रवेश
सिंह ने कहा कि इस वर्ष तीन नए बी.टेक पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए हैं, जिनमें छात्रों को उनके ‘जेईई-मेन्स 2023' के अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा.  उन्होंने कहा कि अब तक बी.कॉम (ऑनर्स) सबसे अधिक मांग वाले स्नातक पाठ्यक्रम के रूप में उभरा है, जिसमें लगभग 1.3 लाख छात्रों ने सीयूईटी-यूजी के दौरान इसमें रुचि दिखाई है. वहीं, परास्नातक स्तर पर एमए (राजनीति शास्त्र) में छात्र सबसे अधिक रुचि दिखा रहे हैं.

Advertisement

एसओएल में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू
सीएसएएस (यूजी) पंजीकरण को दो चरणों में विभाजित किया गया है. बुधवार को शुरू किया गया पहला चरण एक पंजीकरण प्रक्रिया है, जिसमें उम्मीदवारों को अपने व्यक्तिगत विवरण और 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों को भरना होगा. प्रक्रिया का दूसरा चरण जुलाई के दूसरे सप्ताह में सीयूईटी (यूजी) के परिणामों की घोषणा के साथ शुरू होगा. कुलपति ने ‘स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग' (एसओएल) और एनसीडब्ल्यूईबी (नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड) की भी दाखिले प्रक्रिया शुरू की. नये शैक्षणिक सत्र से कॉलेज ऑफ आर्ट्स के लिए ‘बीए फाइन आर्ट्स' के दाखिले भी सीएसएएस के जरिए किए जाएंगे। इस कोर्स के लिए पात्रता में सीयूईटी में प्राप्त अंक और ‘कॉलेज ऑफ आर्ट्स' द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रायोगिक परीक्षा शामिल है.

Advertisement

दिल्ली विश्वविद्यालय की कुलसचिव (नामांकन) हनीत गांधी ने कहा कि विश्वविद्यालय ने सीएसएएस पोर्टल को छात्रों के अनुकूल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा, "स्पष्टीकरण मांगने का प्रावधान भी प्रणाली में शामिल किया गया है, जिसके माध्यम से कॉलेज उम्मीदवारों के साथ संवाद कर सकते हैं. ऑनलाइन अनुमोदन प्रक्रिया के दौरान, यदि कोई कॉलेज उम्मीदवार से अधिक स्पष्टता/जानकारी प्राप्त करना चाहता है, तो वह उम्मीदवार से जानकारी मांग सकता है." दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने खेल कोटा के तहत 26 खेलों की पहचान की है और पाठ्येतर गतिविधियां कोटा के तहत 14 श्रेणियों (एनएसएस और एनसीसी सहित) की पहचान की है. सिंह ने कहा कि यह फैसला किया गया है कि दोनों कोटा श्रेणियों के तहत कॉलेज कुल क्षमता का पांच फीसदी कोटा आवंटित कर सकते हैं. स्नातक कार्यक्रमों के अलावा, कुलपति ने स्नातकोत्तर और पीएचडी में प्रवेश की भी घोषणा की.

Advertisement

ये भी पढ़ें :-

Featured Video Of The Day
UP By Election Exit Poll: UP में जहां सबसे अधिक मुसलमान वहां SP को नुकसान | Party Politics | UP News