Delhi Black Fungus: दिल्ली में कोरोना के मामलों की रफ्तार थमने के बीच ब्लैक फंगस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसके कुल मामले 944 हो गए हैं. जिनमें 650 मामले दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में जबकि 300 केंद्र सरकार के अस्पतालों में है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके टीके की बहुत कमी है. परसों करीब 1000 के करीब टीके आए थे जबकि यह तो कुछ भी नहीं है, क्योंकि 1 दिन में एक आदमी को तीन से चार टीके की ज़रूरत पड़ती है. उन्होंने बताया कि रविवार को दिल्ली के लिए कोई टीका नहीं आया.
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बताते चलें कि 21 मई को दिल्ली में म्यूकोरमाइकोसिस के करीब 200 मामले थे, जबकि 26 मई को इनकी संख्या 620 हो चुकी थी. आज जारी आंकड़ों में यह हजार की संख्या से चंद कदम दूर दिखाई दे रहा है. 27 मई को दिल्ली सरकार ने इसके लिए नोटीफिकेशन जारी कर ब्लैक फंगस को भी महामारी घोषित कर दिया था. दिल्ली से पहले कई राज्य इसे महामारी घोषित कर चुके हैं.
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जहां एक तरफ मामले बढ़ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इसके इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाले टीकों की किल्लत का दौर भी जारी है. हाल ही में राजस्थान ने भी इसके टीकों की कमी की जानकारी दी थी. इसके इलाज के लिए डॉक्टर लिपोसोमल एंफोटेरेसिरिन बी नाम के इंजेक्शन का उपयोग करते हैं. इस दवा के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने पांच और कंपनियों को इसे बनाने का लाइसेंस दिया है.