दिल्ली: रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते हुए तीन गिरफ्तार, 70 हजार में बेच रहे थे एक इंजेक्शन

25 अप्रैल को दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि दो पैडलर्स (दवा की तस्करी से जुड़े लोग) रेमडेसिविर को ऊंची कीमत पर बेचने के लिए इंडियन हेबीटेट सेंटर आ रहे हैं. इसके बाद उनकी धरपकड़ के लिए एक टीम गठित की गई.

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दिल्ली में रेमडेसिविर की कालाबाजारी का खुलासा
नई दिल्ली:

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ने के साथ रेमडेसिविर (Remdesivir) वैक्सीन के इस्तेमाल में तेजी आई है. इस बीच, कुछ लोगों ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी करना शुरू कर दिया है. प्रशासन कालाबाजारी को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रहा है. दिल्ली में रेमडेसिविर की ब्लैक मार्केटिंग करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये लोग रेमडेसिविर का स्टॉक करते थे और फिर उसे ब्लैक मार्केट में ऊंचे दामों में बेचते थे. 
  
25 अप्रैल को दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि दो पैडलर्स (दवा की तस्करी से जुड़े लोग) रेमडेसिविर को ऊंची कीमत पर बेचने के लिए इंडियन हेबीटेट सेंटर आ रहे हैं. इसके बाद उनकी धरपकड़ के लिए एक टीम गठित की गई. तलाशी के दौरान एक होंडा सिटी कार को रोका गया है. कार की तलाश में आरोपियों के पास रेमडेसिविर के 4 वायल बरामद हुए. 

पुलिस के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने बताया कि वे जरूरतमंद लोगों को 70,000 रुपये तक में इंजेक्शन बेच रहे थे. उन्होंने बताया कि अनुज जैन ने ब्लैक मार्केट में रेमडेसिविर को बेचने के लिए उन्हें इंजेक्शन की आपूर्ति की थी. पुलिस टीम ने आरोपियों के साथी अनुज जैन को पकड़ा है, उसके पास से रेमडेसिविर के तीन वायल मिले हैं. 

पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. आरोपियों के नाम लिखित गुप्ता, आकाश वर्मा और अनुज जैन हैं. इंजेक्शन की कालाबाजारी से जुड़े पूरे रैकेट के खुलासे के लिए जांच की जा रही है. 

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वीडियो: रेमडेसिविर के लिए लंबी-लंबी कतारें

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