- दिल्ली के संत कोलम्बस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र शौर्य पाटिल ने मेट्रो से कूदकर अपनी जान दी थी.
- शौर्य के पिता ने बताया कि स्कूल में बच्चों को बार-बार टीसी देने की धमकी दी जाती थी.
- शौर्य ने अपने सुसाइड नोट में चार शिक्षकों का नाम लिखा था, जिन्हें स्कूल ने सस्पेंड कर दिया.
Delhi Student Suicide Case: "शौर्य पिछले 8 साल से इसी स्कूल में पढ़ता है. मेरा बड़ा बेटा भी इसी स्कूल से पासआउट है. 6 महीने पहले मुझे स्कूल में बुलाया गया था. कहा गया था कि आपका बच्चा शरारत करता है, मिमिक्री करता है. मैंने कहा था कि बच्चा है तो शरारत भी करेगा ही. इसके बाद दो महीने बाद मेरी पत्नी को भी बुलाया गया था. तब उससे जबरदस्ती दो दोस्तों के नाम लिखाए गए थे." उक्त बातें सोमवार को दिल्ली में मेट्रो से कूदकर अपनी जान देने वाले 10वीं के छात्र शौर्य पाटिल के पिता प्रदीप पाटिल ने कहीं.
शौर्य पाटिल के जीते हुए मेडल, सर्टिफिकेट.
बेटे की जीती हुई ट्रॉफी, मेडल दिखाते हुए भावुक हुए पिता
इस बातचीत के दौरान प्रदीप पाटिल कई बार भावुक भी हुए. वो शौर्य की जीती हुई ट्रॉफी, मेडल और सर्टिफिकेट दिखाते हुए बता रहे थे कि उनका बच्चा कितना टैलैंटेट था. न्यूज एजेंसी से बातचीत में शौर्य के पिता ने कहा- स्कूल वाले बात-बात पर टीसी देने की धमकी दिया करते थे.
प्रदीप ने यह भी बताया कि मेरा बच्चा कितना टैलेंटेड था? उसका सबूत मैं देता हूं. शौर्य के अलग-अलग इवेंट के सर्टिफिकेट और मेडल दिखाते हुए उन्होंने कहा कि मेरा बेटा बहुत टैलेंटड था.
हम लोग स्कूल चेंज करने वाले थे: प्रदीप
उन्होंने यह भी कहा कि हम लोग स्कूल चेंज करने ही वाले थे. 10वीं की परीक्षा के बाद हम लोग स्कूल चेंज करने वाले थे. मेरे साथ उसका बहुत अटैचमेंट था. पिछले मंडे को मैं और शौर्य ने यहीं बैठकर आइसक्रीम शेयर किया था. सबके साथ वो घुल-मिलकर रहता था. उस दिन क्या हुआ कि उसने इतना बड़ा कदम उठाया.
ताकि और कोई शौर्य नहीं हो...
प्रदीप ने आगे कहा कि मेरी तरह कोई और बच्चा ऐसा ना करें. भारतीय न्याय संहिता 107 के तहत मामला दर्ज हुआ है.
उस दिन मेरे बच्चे के साथ स्कूल के कुछ टीचर प्रिसिंपल के सामने ही सब कुछ कर रहे थे. लेकिन प्रिसिंपल चुपचाप खड़ी रही.
SIT या CBI से हो मामले की जांच
उन्होंने यह भी बताया कि उसके लिए स्कूल के बाहर लगातार प्रदर्शन हो रहा है. प्रदीप ने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं तो चाहता हूं कि इस मामले की जांच एसआईटी या सीबीआई से हो. किसी टीचर की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? सबूत मिटाने की कोशिश तो नहीं हो रही? पुलिस किस चीज का इंतजार कर रही है. जो भी दोषी है उनपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
मां बोली- मेरे बेटे को न्याय मिलना चाहिए
शौर्य की मां ने कहा, "मेरे बेटे को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए... शौर्य पाटिल ने मुझे कई बार बताया था कि शिक्षक उसे बहुत परेशान कर रहे थे. मेरे बेटे को न्याय मिलना चाहिए ताकि भविष्य में किसी और बच्चे को ऐसा कुछ न सहना पड़े."
18 नवंबर को मेट्रो से कूदकर शौर्य ने दी थी जान
मालूम हो कि पिछले मंगलवार को दोपहर बाद 2:34 बजे राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म से कूद कर शौर्य ने जान दे दी थी. शौर्य संत कोलम्बस स्कूल में पढ़ रहा था. उसने अपने सुसाइड नोट में स्कूल के चार टीचरों का नाम लिखा था. स्कूल प्रशासन ने इन चारों को सस्पेंड कर दिया है.
स्कूल के बाहर छात्रों का प्रदर्शन
रविवार को प्रदर्शनकारी संत कोलम्बस स्कूल के बाहर इकट्ठा हुए और उन शिक्षकों और प्रशासनिक अधिकारियों से जवाबदेही की मांग की, जिनका नाम शिकायत में दिया गया है. प्रदर्शनकारियों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. विरोध प्रदर्शन में 'बच्चे के लिए न्याय' आदि लिखी कई तख्तियां देखी गईं.
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